रासी सीड्स ने सिंगोट में लगाई आरओ (पानी की स्वचालित मशीन)
15 फरवरी 2022, इंदौर । नाबार्ड चेयरमैन डॉ. चिंतला ने किया ‘रूरल मार्ट’ का उदघाटन – रासी सीड्स ने खंडवा जिले के सिंगोट गांव में आरओ पानी की स्वचलित मशीन लगाई हैं, जिससे सिंगोट गांव एवं आसपास के सभी लोग स्वच्छ जल प्राप्त कर सकते हैं। आरओ पानी की मशीन का उद्धाटन पंधाना विधायक श्री राम दांगोरे के द्वारा किया गया। विधायक श्री दांगोरे ने कहा रासी सीड्स ने ये एक बहुत अच्छा कार्य किया है , ताकि सभी को स्वच्छ जल मिल सके और स्वस्थ रहे। कार्यक्रम में उपस्थित सभी ने रासी सीड्स की इस पहल की बहुत सराहना की। इस मौके पर श्री शेखर पटेल (मंडल अध्यक्ष बीजेपी ), श्रीमती कंचन मुकेश तन्वे जनपद पंचायत अध्यक्ष, श्री नर्मदा शंकर पटेल, श्री हरीराम पटेल एवं रासी कंपनी के मध्यप्रदेश के क्षेत्रीय प्रबंधक श्री अखिल प्रताप सिंह, फसल प्रबंधक श्री विजयपाल सिंह, डिवीजनल कॉर्डिनेटर श्री रोहित स्मित खण्डवा जिले के प्रबंधक श्री गणेश पटेल एवं बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि रासी सीड्स कपास बीज की देश की सबसे सर्वश्रेष्ठ कंपनी है जिसकी स्थापना सन 1973 में कोयम्बटूर के अत्तूर गांव में रासी सीड्स के चेयरमैन श्री रामास्वामी द्वारा की गई थी, तब से लेकर आज तक लगातार देश भर के किसानों के लिए अच्छी गुणवत्ता एवं बेहतर उत्पादन वाले कपास, मक्का, गेहूँ एवं धान बीज उपलब्ध कराती आ रही है। रासी सीड्स एक जिम्मेदार कंपनी है जो किसानों के प्रति अपनी जबाबदेही के अलावा भी अपने सामाजिक उत्तरदायित्व को भी समझती है, इसीलिए रासी सीड्स ने अपने सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत स्वच्छ जल की स्वस्थ जीवन के लिये आवश्यकता को समझते हुए यह स्वचालित आरओ मशीन लगाई है। रासी सीड्स के बीजों पर देश भर के किसानों का सालों से अटूट विश्वास बना हुआ और देश भर में एवं मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा रासी सीड्स का ही कपास बीज लगाया जाता है क्योंकि किसानों को सालों से अच्छा उत्पादन मिलता आ रहा है। रासी सीड्स हमेशा किसानों को उनके पास पानी की उपलब्धता एवं जमीन के हिसाब से बीज चयन करने की सलाह देती है जैसे कि आरसीएच 659, रासी मैजिक , रासी मेगना भारी जमीन में एवं रासी नियो हल्की जमीन में, रासी सीड्स की क़िस्मों से किसानों को हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी अच्छा उत्पादन प्राप्त हुआ है और किसान रासी सीड्स की किस्मों के प्रदर्शन से काफी खुश हैं।
महत्वपूर्ण खबर: माँ, बाबूजी का कैंसर से निधन, बेटी ने प्रण कर अपनाई जैविक खेती