कटनी में कोरोमंडल की रिटेलर मीटिंग संपन्न
29 जुलाई 2024, इंदौर: कटनी में कोरोमंडल की रिटेलर मीटिंग संपन्न – देश की प्रसिद्ध कम्पनी कोरोमंडल इंटरनेशनल द्वारा गत दिनों कटनी में वर्तमान मक्का एवं सोयाबीन फसल में कंपनी उत्पाद ग्रोमोर ग्रोप्लस यूरिया एवं नैनो डीएपी हेतु रिटेलर मीटिंग का आयोजन किया गया। जिसमें कंपनी के डिप्टी जनरल मैनेजर ( नैनो बिजनेस डेवलपमेंट ) श्री प्रेम प्रकाश शर्मा, जोनल मैनेजर श्री आर.के. तिवारी, मार्केटिंग ऑफिसर श्री विपिन सिंह, एग्रीकल्चर साइंटिस्ट श्री श्याम सिंह सहित करीब 100 रिटेलर उपस्थित थे।
मीटिंग में श्री शर्मा ने कम्पनी उत्पादों ग्रोमोर नैनो डीएपी और ग्रोमोर ग्रो प्लस यूरिया सुपर फास्फेट के उपयोग और महत्व के बारे में जानकारी देकर बताया कि वर्तमान में मक्का एवं सोयाबीन फसल में ग्रोमोर नैनो डीएपी और ग्रोमोर ग्रो प्लस यूरिया सुपर फास्फेट का उपयोग करने से इन दोनों फसलों की न केवल उत्पादकता बढ़ेगी, बल्कि गुणवत्ता में भी सुधार होगा, क्योंकि नैनो डीएपी पौधों में फास्फोरस की मात्रा सुनिश्चित करता है और पौधों में अवशोषण की प्रक्रिया को भी बढ़ाता है। पोषक तत्वों की उपयोगिता बढ़ने से फसल की गुणवत्ता में तो सुधार होता ही है , उपज भी बेहतर मिलती है।
श्री तिवारी ने ग्रोमोर ग्रो प्लस की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह पांच कीमती तत्वों सल्फर , फास्फोरस, कैल्शियम, बोरान और ज़िंक के मिश्रण से तैयार ऐसा उत्पाद है। इसमें सल्फर 11 % ,फास्फोरस 16 %,कैल्शियम 19 % , बोरान 0.2 % और ज़िंक 0.5 % होता है। यह सभी फसलों के लिए फायदेमंद है। इसके उपयोग से फसल में फास्फोरस के अलावा द्वितीयक पोषक तत्वों की भी पूर्ति हो जाती है। यह मिट्टी की गुणवत्ता और पीएच में भी सुधार लाता है। वहीं श्री सिंह ने भी इन दोनों उत्पादों की प्रशंसा करते हुए कहा कि नैनो डीएपी को आसानी से संभाला जा सकता है और इसे कहीं भी ले जाना बहुत आसान है। इसकी 1 लीटर /एकड़ की मात्रा निर्धारित है , जिसे 500 मिली के दो छिड़काव में प्रयोग करना चाहिए। पहला बुवाई/ रोपाई के 25 -30 दिन बाद और दूसरा फूल खिलने से पहले की अवस्था में करना चाहिए।
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