बाजरे में बालों पर हरापन आ जाता है। पकते नहीं है, दाना पोचा हो जाता है क्या बीमारी है उपाय बतायें।
- प्रेम महेश्वरी, कोटा
25 मई 2021, कोटा । बाजरे में बालों पर हरापन आ जाता है। पकते नहीं है, दाना पोचा हो जाता है क्या बीमारी है उपाय बतायें – बाजरे का यह रोग बहुत सामान्य रूप से हर जगह आता है यह रोग बीज जनित है। सामान्य बालियों की जगह हरे रंग की गुच्छेनुमा भुट्टे बन जाते हैं इसे राजस्थान में जोगिया अंग्रेजी में ग्रीनइयर बीमारी या हरित वाल रोग के नाम से जाना पहचाना जाता है। आप निम्न उपायों से इससे अपनी फसल बचा सकते हैं।
- सबसे सस्ता सुन्दर टिकाऊ उपाय है रोगरोधी जातियों का उपयोग आप रोगरोधी किस्म आर.एच.बी. 30, आर.सी.बी2, डब्ल्यू सी.सी. 75, राज 171, एच.एच.बी. 67, आर.एच.बी. 67, आर.एच. बी 90 इत्यादि ही लगाये।
- बाजरे की चरी फसल से रोगग्रसित पौधों को उखाड़ कर नष्ट करते रहे।
- जिस खेत में यह आ चुका है वहां बनते करते बाजरा नहीं लगाये।
- बीज का उपचार 6 ग्राम एप्रोन/एस.डी.35 प्रति किलो बीज के हिसाब से करें।
- खड़ी फसल में बुआई के 21 दिनों बाद 2 ग्राम मेन्कोजेब/लीटर पानी में घोल बनाकर 15 दिनों के अंतर से दो छिड़काव करें।