समस्या- मैं जायद में मक्का लगाना चाहता हूं, उचित समय तथा जातियां बतायें।
– वसुदेव चौरे, आमला
समाधान– जायद की मक्का आमतौर पर खरीफ मक्का से अधिक उत्पादन देने में सक्षम रहती है। क्योंकि उसके पलने-पुसने के लिये अच्छा वातावरण मिलता है। आप भी मक्का लगाये, लाभ कमायें।
- जातियों में पूसा कम्पोजिट 2, विकास, हिम 129, डी.एच.एम.101, डी.एच.एम. 109, पूसा अर्ली हा. 1 पूसा हा. 2, प्रकाश, जवाहर मक्का 216, सरताज इत्यादि।
- बोनी का उचित समय फरवरी का द्वितीय पखवाड़ा।
- बीज की मात्र 40 किलो/हे. की दर से दिया जाये।
- उर्वरकों में 265 किलो यूरिया, सिंगल सुपर फास्फेट 375 किलो तथा 66 किलो म्यूरेट ऑफ पोटाश/हे. की दर से डाले गोबर की पकी खाद 10-20 टन/हे. की दर से दी जाये।
- यूरिया की आधी मात्रा बुआई के समय तथा सिंगल सुपर फास्फेट/पोटाश की पूरी मात्रा भी डाली जाये।
- शेष बची यूरिया की आधी मात्रा शेष आधी मंझार निकलते समय दिया जाये।
- सिंचाई की व्यवस्था ग्रीष्मकाल में मांग को देखते समय की जाये।
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