टमाटर की 18 किलो प्रति पौधा देने वाली जाति अर्का रक्षक के बारे में जानकारी दें
समाधान – टमाटर की अर्का रक्षक जाति भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान, हिसार, बैंगलोर द्वारा विकसित की गई है।
यह संकर जाति टमाटर की तीन प्रमुख बीमारियों पत्ती मोड़क वायरस, बैक्टीरियल विल्ट तथा अगेती झुलसा के प्रति प्रतिरोधी है।
- इसके फल गहरे लाल रंग के चौकोर गोल रहते है। पके फल का वजन 90-100 ग्राम रहता है। एक हेक्टर में इसकी उपज 750-800 क्विंटल तक आ जाती है। फल लम्बे समय (15-20 दिन) तक खराब नहीं होते हैं,
- कर्नाटक के देवस्थानंद होसावी ग्राम के किसान श्री चद्रअप्पा (मो.: 0944803878) ने अगस्त 2012 में यह जाति लगाकर एक पौधे में 18 किलो तथा एक एकड़ में 780 क्विंटल टमाटर की फसल ली इस कारण यह जाति चर्चा में आई। इसके बाद 2013 में इस जाति के एक पौधे से 19 किलो तक उपज ली गई।
– रामखिलावन, भैंसाखेड़ी