किसानों की सफलता की कहानी (Farmer Success Story)

कृषि विज्ञान केन्द्र से सीखी केंचुआ खाद उत्पादन तकनीक

रीवा। कृषि विज्ञान केन्द्र रीवा द्वारा जैविक खेती की दिशा में स्थापित केचुआ खाद उत्पादन प्रदर्शन इकाई, प्रशिक्षण कार्यक्रमों एवं विस्तार गतिविधियों के परिणाम स्वरूप जिले के कृषक भी केंचुआ खाद उत्पादन में विशेष रूचि दर्शा रहे हैं। कृषि विज्ञान केन्द्र रीवा से प्रशिक्षण एवं मार्गदर्शन प्राप्त करने के उपरांत जिले के रायपुर कर्चुलियान विकास खण्ड के बरेही ग्राम के कृषक श्री राजेश जायसवाल द्वारा केचुआ खाद उत्पादन की वृहद इकाई स्थापित की गई है। श्री राजेश जायसवाल ने जानकारी दी है कि केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ. संजय सिंह के निरंतर प्रोत्साहन एवं तकनीकी मार्गदर्शन के कारण वे केचुआ की सर्वोंत्तम प्रजाति आइसीनिया फेटीडा इच्छुक कृषकों को उपलब्ध करा रहे हैं। इस प्रकार लगभग 4 माह में 400 रू प्रति किलो की दर से केंचुआ बिक्री कर वे अब तक 60 हजार रूपये अतिरिक्त आय प्राप्त कर चुके है। केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. ए. के. पाण्डेय के मार्गदर्शन में वैज्ञानिक दल डॉ. सी. जे. सिंह, डॉ. ए. के. पटेल, डॉ. के. सी. सिंह, डॉ. बी के. तिवारी, डॉ. अखिलेश कुमार, डॉ. के. एस. बघेल, डॉ. स्मिता सिंह , श्री एम. के. मिश्रा द्वारा विभिन्न तकनीकी गतिविधियों के माध्यम से सघन प्रयास किये जा रहे है।

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