संपादकीय (Editorial)

मोटे अनाजों का सेवन सही तरीके से करना जरूरी

लेखक: अमित बैजनाथ गर्ग, वरिष्ठ पत्रकार

17 मार्च 2023, नई दिल्ली: मोटे अनाजों का सेवन सही तरीके से करना जरूरी – भारत की पहल पर संयुक्त राष्ट्र ने साल 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स ईयर घोषित किया है। इसके बाद देश-दुनिया में साल भर तक मिलेट्स आधारित कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसके साथ ही मिलेट्स यानी कि मोटे अनाजों की खपत को बढ़ावा देने के साथ उनकी फसलों को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। मिलेट्स को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद में सांसदों को मिलेट्स आधारित डिनर भी दे चुके हैं। वहीं कृषि मंत्रालय ने मिलेट्स को श्री अन्न के नाम से संबोधित करने की घोषणा कर दी है। इसके अलावा उज्जैन के महाकाल मंदिर सहित देश के विभिन्न मंदिरों में श्री अन्न से बने प्रसाद के वितरण की योजना भी शुरू कर दी गई है। मोटे अनाजों से विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाकर भी जगह-जगह परोसे जा रहे हैं। 

आपको इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि दुनिया में उगाए जाने वाले पहले अनाजों में से एक मिलेट्स यानी कि मोटे अनाज हजारों सालों से मौजूद है। माना जाता है कि सबसे पहले मोटे अनाज की फसल ही उगाई गई थी। मोटे अनाज पहले भारत के विभिन्न क्षेत्रों में आम भोजन हुआ करते थे, लेकिन समय के साथ ये किसी तरह गायब हो गए। हालांकि सभी अच्छी चीजों की तरह सुपर ग्रेन यानी मोटे अनाजों ने स्वास्थ्य एवं सेहत के शौकीनों के बीच खुद को एक बार फिर मजबूत रूप से स्थापित किया है। कोरोना काल में इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए मिलेट्स से बने उत्पादों का जमकर इस्तेमाल किया गया था। अब मिलेट्स ईयर घोषित होने के बाद एक बार फिर मिलेट्स प्रॉडक्ट की मांग जोर पकड़ने लगी है।

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गौरतलब है कि मिलेट्स परिवार में ज्वार, बाजरा, रागी, चना, कंगनी, मक्का और सान्वा जैसे अनाज शामिल हैं। ये विभिन्न प्रकार के लाभ प्रदान करते हैं। मिलेट्स कम ग्लूटेन वाले भोजन में से एक है, जो रक्त शर्करा को कम करने में मदद करते हैं। इनमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा उच्च होती है। मिलेट्स का अघुलनशील फाइबर पेट में स्वस्थ सूक्ष्म जीवों का निर्माण कर प्री-बायोटिक के रूप में कार्य करता है। यह मल को गाढ़ा करता है और कब्ज से बचाता है। इसके अलावा मिलेट्स खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायता करते हैं, जो हृदय रोग के लिए एक जोखिम कारक है। मिलेट्स फास्फोरस, पोटेशियम, एंटीऑक्सीडेंट, नियासिन, कैल्शियम, लोहा, विटामिन-ए और विटामिन-बी के समृद्ध स्रोत हैं।

यदि आप अपने शरीर के लिए स्वस्थ विकल्प बनाने की कोशिश कर रहे हैं तो एक अनाज जिसे आहार में शामिल करने की आवश्यकता है, वह मिलेट्स है। मिलेट्स सबसे पुरानी खेती वाले अनाजों में से एक है, जो दुनियाभर की सभी संस्कृतियों का हिस्सा है। पिछले एक साल में मिलेट्स का उपयोग इसके अद्भुत स्वास्थ्य लाभों के कारण फिर से बढ़ गया है। मिलेट्स के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि आप इन्हें खाने से कभी बोर नहीं होंगे, क्योंकि ये कई तरह के होते हैं और इन्हें आसानी से पकाया जा सकता है। ज्वार, बाजरा और रागी सहित जो भी मोटा अनाज आप अपने खाने की आदत के अनुसार चुनते हैं, वे सभी स्वास्थ्य के लिए समान रूप से अच्छे और अत्यंत पौष्टिक होते हैं

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मिलेट्स की कई किस्में हैं, जिन्हें आप उपलब्धता के आधार पर अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। ये साल भर बाजार में पेश किए जाते हैं। फिर भी, जब मिलेट्स खाने की बात आती है तो अपने आहार में मौसमी मिलेट्स को शामिल करना सबसे अच्छा उपाय है। ध्यान रखने वाली बात यह है कि सभी मिलेट्स का सेवन हर समय नहीं करना चाहिए। मौसम के लिहाज से बात करें तो सर्दियों के लिए सबसे अच्छा बाजरा या मक्का है। बाजरा विशेष रूप से वर्ष के इस समय के दौरान उगाया जाता है, इसलिए इसका सेवन आपकी सेहत के लिए बेहतर होगा। आपका शरीर बाजरा की बदौलत गर्म रहेगा। वहीं गर्मियों के दौरान ज्वार और रागी चुनें। चिलचिलाती गर्मी के दिनों में ये दो मिलेट्स आपको हाइड्रेटेड रहने और आपके शरीर के तापमान को कम करने में मदद कर सकते हैं। वहीं व्रत में राजगिरा और कुट्टू उपयुक्त होते हैं। इन दो मिलेट्स के पोषक तत्वों से आप दिनभर सक्रिय रह सकते हैं।

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मिलेट्स को आहार में शामिल करने से पहले कुछ बातों की जानकारी होना बहुत जरूरी है। मिलेट्स को पकाने से पहले अच्छी तरह भिगोया जाना चाहिए, क्योंकि उनकी परत पर लवण हो सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि मोटे अनाजों को अंकुरित करके प्रयोग में लेना अधिक लाभदायक होता है। इससे पोषक तत्व बने रहेंगे और हानिकारक प्रभावों को कम करने में मदद मिलेगी। उच्च फाइबर सामग्री और खराब पाचन के कारण कुछ लोगों को गंभीर पाचन समस्याओं का अनुभव हो सकता है, इसलिए बार-बार मिलेट्स खाने से पहले या गेहूं के बदले बाजरा खाने पर निगरानी करना जरूरी है। ज्वार और बाजरा वाले मिश्रण का उपयोग करने से पहले रागी और कंगनी जैसे हल्के अनाज के साथ भोजन शुरू करना बेहतर होता है। इस तरह आप कुछ सावधानियां बरतकर मिलेट्स को अपने जीवन में शामिल कर सकते हैं। इसके साथ ही मोटे अनाजों का खोया हुआ वैभव पुन: लौटाने में भी भागीदार बन सकते हैं।

महत्वपूर्ण खबर: कपास मंडी रेट (15 मार्च 2023 के अनुसार) 

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