सोयाबीन कृषकों को विशेष सलाह
14 सितम्बर 2022, इंदौर । सोयाबीन कृषकों को विशेष सलाह – भा.कृ .अनु.प.-भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान, इंदौर ने इस सप्ताह के लिए सोयाबीन कृषकों को निम्न सावधानियां रखने की उपयोगी सलाह दी है, जो इस प्रकार है – इस वर्ष सोयाबीन की बोवनी की तिथियों में भिन्नता (जून माह के दूसरे सप्ताह से लेकर जुलाई माह के दूसरे सप्ताह तक) तथा सोयाबीन किस्मों की परिपक्वता अवधि के परिप्रेक्ष्य में कई क्षेत्रों की सोयाबीन फसल इस समय फूल आने की अवस्था से लेकर फसलों में दाने भरने की स्थिति में हैं।
कुछेक क्षेत्रों में फसल पर पत्ती खाने वाली इल्लियां विशेषकर तम्बाकू की इल्ली सेमीलूपर इल्ली व चने की इल्ली के साथ-साथ चक्र भृंग का प्रकोप देखा जा रहा है। जबकि मध्य प्रदेश एवं महाराष्ट्र के कुछ जिलों में फफूंदजनित रोग जैसे रायजोक्टोनिया एरिअल ब्लाइट, एन्थ्रेक्नोज तथा पीला मोज़ेक वायरस नामक रोगों के संक्रमण की स्थिति बनी हुई है। ऐसी स्थिति में सोयाबीन कृषकों को कीट एवं रोग नियंत्रण के निम्न उपाय अपनाने की सलाह है –
- ऐसे क्षेत्र जहाँ सोयाबीन की बोवनी जुलाई माह के दूसरे सप्ताह में या उसके बाद हुई है, चक्र भृंग के नियंत्रण हेतु टेट्रानिलिप्रोल 18.18 एससी (250-300 मिली/हे.) या थायक्लोप्रिड 21.7 एससी ( 750 मिली/हे.) या प्रोफेनोफॉस 50 ईसी (1 ली./हे.) या इमामेक्टिन बेन्जोएट (425 मिली/हे.) का प्रारंभिक अवस्था में ही छिडक़ें।
- ऐसे क्षेत्र जहाँ सोयाबीन की फसल फूल आने की स्थिति में हों, कृषकों को सलाह है कि वे फसल की नियमित निगरानी करते रहें और देखें कि फसल पर पत्ती खाने वाली इल्लियां विशेषकर सेमीलूपर इल्ली, तम्बाकू की इल्ली या चने की इल्ली का प्रादुर्भाव है या नहीं? क्योंकि यह देखने में आ रहा है कि कुछ इल्लियां फूलों को खाकर नुकसान पहुँचाती है। अत: तुरंत इनके नियंत्रण के उपाय अपनाएं। इसके लिए निम्न में से किसी भी एक रसायन का छिडक़ाव करें-
ब्रोफ्लानिलाईड 300 एससी (42-62 ग्राम/हे.) या फ्लूबेंडियामाइड 39.35 एससी (150 मिली) या इंडोक्साकार्ब 15.8 ईसी (333 मिली/हे.) या टेट्रानिलिप्रोल 18.18 एससी, (250-300 मिली/हे.) या नोवाल्यू रोन + इन्डोक्साकार्ब 04.50 प्रतिशत एससी (825-875 मिली/हे.) या क्लोरएन्ट्रा निलिप्रोल 18.5 एससी, (150 मिली/हे.) या इमामेक्टिन बेंजोएट 01.90 (425 मिली/हे.) या फ्लूबेंडियामाइड 20 डब्ल्यूजी (250-300 ग्राम/हे.) या लैम्बडा सायहेलोथ्रिन 04.90 सीएस (300 मिली/हे.) या प्रोफेनोफॉस 50 ईसी (1 ली./हे.) या स्पायनेटोरम 11.7 एससी (450 मिली/हे.) का छिडक़ाव करें। - ऐसे क्षेत्र जहाँ सोयाबीन की फसल में दाने भरने के पूर्व अथवा दाना भरने की अवस्था में है, सेमीलूपर या चने की इल्ली द्वारा फसलों/दाने खाने की सम्भावना को देखते हुए सलाह है कि फसल पर इंडोक्साकार्ब 15.8 ईसी (333 मिली/हे.) या टेट्रानिलिप्रोल 18.18 एससी (250-300 मिली/ हे.) या इमामेक्टीन बेन्जोएट (425 मिली/हे.) या लैम्बडा सायहेलोथ्रिन 04.90 सीएस (300 मिली/ हे.) का छिडक़ाव करें।
- फफूंदजनित रोगों (रायजोक्टोनिया एरिअल ब्लाइट तथा एन्थ्रेक्नोज) के नियंत्रण हेतु अनुशंसित फफूंदनाशकों टेबूकोनाझोल 25.9 प्रतिशत ईसी (625 मिली/हे.) या टेबूकोनाझोल़+ सल्फर (1.25 किग्रा/हे.) या पायरोक्लोस्ट्रोबीन प्रतिशत 20 डब्लयूजी (375-500 ग्रा/.हे.) या पायरोक्लोस्ट्रोबीन + इपिक्साकोनाजोल 50 ग्राम/ ली. एसई (750 मिली/हे.) या फ्लुक्सापग्रोक्साड + पायरोक्लोस्ट्रोबीन ( 300 ग्रा/.हे) का छिडक़ाव किया जा सकता है। दाने भरने की अवस्था में फफूंदनाशक के छिडक़ाव से बीज गुणवत्ता वृद्धि हेतु लाभ मिलता है।
- पीला मोज़ेक रोग के नियंत्रण हेतु सलाह है कि तत्काल रोगग्रस्त पौधों को खेत से उखाडक़र निष्कासित करें तथा इन रोगों को फ़ैलाने वाली वाहक सफ़ेद मक्खी की रोकथाम हेतु पूर्व मिश्रित कीटनाशक थायोमिथोक्सम+लैम्ब्डा सायहेलोथ्रिन (125 मिली/हे.) या बीटासायफ्लूथ्रिन+ इमिडाक्लोप्रिड (350 मिली/हे.) का छिडक़ाव करें। इनके छिडक़ाव से तना मक्खी का भी नियंत्रण किया जा सकता है। यह भी सलाह है कि सफ़ेद मक्खी के नियंत्रण हेतु कृषकगण अपने खेत में विभिन्न स्थानों पर पीला स्टिकी ट्रैप लगाएं।
फसल सुरक्षा के अन्य उपाय
- खेत के विभिन्न स्थानों पर निगरानी करते हुए यदि आपको कोई ऐसा पौधा मिले जिस पर झुण्ड में अंडे या इल्लियां हों, ऐसे पौधों को खेत से उखाडक़र फेंक दें।
द्य सोयाबीन की फसल में पक्षियों की बैठने हेतु टी आकार के बर्ड पर्चेस लगाएं। इससे कीट-भक्षी पक्षियों द्वारा भी इल्लियों की संख्या कम करने में सहायता मिलती है। - कीट या रोग नियंत्रण के लिए केवल उन्हीं रसायनों का प्रयोग करें जो सोयाबीन की फसल में सिफारिश हो।
- कीटनाशक या फफूंदनाशक के छिडक़ाव के लिए पानी की अनुशंसित मात्रा का उपयोग करें (नेपसेक स्प्रेयर से 450 लीटर/हे. या पॉवर स्प्रेयर से 120 लीटर/हे. न्यूनतम)।
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