सोयाबीन का उत्पादन पिछले 2 – 3 वर्षों से बढ़ नहीं रहा है, क्या करना चाहिए
09 जून 2023, भोपाल: सोयाबीन का उत्पादन पिछले 2 – 3 वर्षों से बढ़ नहीं रहा है, क्या करना चाहिए – किसी भी फसल का साल दर साल कम उत्पादन देना सामान्य बात है अगर उसकी खेती एक ही जमीन के टुकड़े पर की जाती है। हम मान रहे हैं कि आप उपलब्ध सर्वोत्तम किस्म और उर्वरक की सभी अनुशंसित खुराक का उपयोग कर रहे हैं और अभी भी कम उपज प्राप्त कर रहे हैं।
सोयाबीन के उत्पादन में स्थिरता की दृष्टि से 2 से 3 वर्ष में एक बार अपने खेत की गहरी जुताई करना लाभकारी होता है। अतः ऐसे किसान जिन्होंने इस पद्धति को नहीं अपनाया है, कृपया जून के पहले दो सप्ताह के भीतर अपने खेत की गहरी जुताई करें। उसके पश्चात विपरीत दिशा में कल्टीवेटर एवं पाटा चलाकर खेत को तैयार करें। सामान्य वर्षों में विपरीत दिशा में दो बार कल्टीवेटर एवं पाटा चलाकर खेत को तैयार करें।
उपलब्धता अनुसार अपने खेत में विपरीत दिशाओं में 10 मीटर के अंतराल पर सब- सोइलर नामक यंत्र को चलाएं जिससे भूमि की जल धारण क्षमता में वृद्धि होगी, एवं सूखे की अनपेक्षित स्थिति में फसल को अधिक दिन तक बचाने में सहायता मिलेगी।
विगत कुछ वर्षों से फसल में सूखा, अतिवृष्टि या असामयिक वर्षा जैसी घटनाएं देखी जा रही हैं। ऐसी विपरीत परिस्थितियों में फसल को बचाने हेतु सलाह है कि सोयाबीन की बोवनी के लिए बी.बी.एफ (चौड़ी क्यारी प्रणाली) या रिज -फरो पद्धति (कुड-मेड- प्रणाली)का चयन करें तथा संबंधित यंत्र या उपकरणों का प्रबंध करें।
अंतिम बखरनी से पूर्व गोबर की खाद (10 टन/हे) या मुर्गी की खाद (2.5 टन/हे) को खेत में फैलाकर अच्छी तरह मिला दें। .इससे भूमि की गुणवत्ता एवं पोषक तत्वों में वृद्धि होगी।
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