मध्यप्रदेश के किसानों के लिए अधिक उपज देने वाली गेंहू की उन्न्तशील किस्में
18 नवम्बर 2023, भोपाल: मध्यप्रदेश के किसानों के लिए अधिक उपज देने वाली गेंहू की उन्न्तशील किस्में – रबी सीजन की एक प्रमुख फसल गेंहू की बुवाई शुरू हो गई हैं। वर्तमान रबी सीजन के लिए मध्य प्रदेश में उपलब्ध उच्च उपज देने वाली किस्में नीचे दी गई है।
मालवा अंचल: रतलाम, मन्दसौर,इन्दौर,उज्जैन,शाजापुर,राजगढ़,सीहोर,धार,देवास तथा गुना का दक्षिणी भाग
क्षेत्र की औसत वर्षा: 750 से 1250 मि.मी.
मिट्टी: भारी काली मिट्टी
असिंचित/अर्धसिंचित | सिंचित(समय से) | सिंचित(देरी से) |
जे.डब्ल्यू. 17, | जे.डब्ल्यू. 1201, | जे.डब्ल्यू. 1203, |
जे.डब्ल्यू. 3269, | जे.डब्ल्यू. 322, | एम.पी. 4010, |
जे.डब्ल्यू. 3288, | जे.डब्ल्यू. 273, | एच.डी. 2864, |
एच.आई. 1500, | एच.आई. 1544, | एच.आई. 1454 |
एच.आई. 1531, | एच.आई. 8498 (कठिया), | |
एच.डी. 4672 (कठिया) | एम.पी.ओ. 1215 |
(ब) निमाड अंचल: खण्डवा, खरगोन, धार एवं झाबुआ का भाग
क्षेत्र की औसत वर्षा: 500 से 1000 मि.मी.
मिट्टी: हल्की काली मिट्टी
असिंचित/अर्धसिंचित | सिंचित(समय से) | सिंचित(देरी से) |
जे.डब्ल्यू. 3020, | जे.डब्ल्यू. 1142, | इस क्षेत्र में देरी से बुआई से बचें समय से बुआई को प्राथमिकता क्योंकि पकने के समय पानी की कमी। |
जे.डब्ल्यू. 3173, | जे.डब्ल्यू. 1201, | किस्में: जे.डब्ल्यू. 1202, |
एच.आई. 1500, | जी.डब्ल्यू. 366, | एच.आई. 1454 |
जे.डब्ल्यू. 3269 | एच.आई. 1418 |
(स) विन्ध्य पठार: रायसेन, विदिशा, सागर, गुना का भाग
क्षेत्र की औसत वर्षा: 1120 से 1250 मि.मी.
मिट्टी: मध्य से भारी काली जमीन
असिंचित/अर्धसिंचित | सिंचित(समय से) | सिंचित(देरी से) |
जे.डब्ल्यू. 17, | जे.डब्ल्यू. 1142, | जे.डब्ल्यू. 1202, |
जे.डब्ल्यू. 3173, | जे.डब्ल्यू. 1201, | जे.डब्ल्यू. 1203, |
जे.डब्ल्यू. 3211, | एच.आई. 1544, | एम.पी. 4010, |
जे.डब्ल्यू. 3288, | जी.डब्ल्यू. 273, | एच.डी. 2864, |
एच.आई. 1531, | जे.डब्ल्यू. 1106 (कठिया), | डी.एल. 788- 2 |
एच.आई. 8627(कठिया) | एच.आई. 8498 (कठिया), | |
एम.पी.ओ. 1215 (कठिया), |
(द) नर्मदा घाटी: जबलपुर, नरसिंहपुर, होषंगाबाद, हरदा
क्षेत्र की औसत वर्षा: 1000 से 1500 मि.मी.
मिट्टी: भारी काली एवं जलोढ मिट्टी
असिंचित/अर्धसिंचित | सिंचित(समय से) | सिंचित(देरी से) |
जे.डब्ल्यू. 17, | जे.डब्ल्यू. 1142, | जे.डब्ल्यू. 1202, |
जे.डब्ल्यू. 3288, | जी.डब्ल्यू. 322, जे.डब्ल्यू. 1201, एच.आई. 1544, जे.डब्ल्यू. 1106, एच.आई. 8498, जे.डब्ल्यू. 1215 | जे.डब्ल्यू. 1203, |
एच.आई. 1531, | एम.पी. 4010, | |
जे.डब्ल्यू. 3211, | एच.डी. 2932, | |
एच.डी. 4672 (कठिया) |
(य) बैनगंगा घाटी: बालाघाट एवं सिवनी
क्षेत्र की औसत वर्षा: 1250मि.मी.
मिट्टी: जलोढ मिट्टी
असिंचित/अर्धसिंचित | सिंचित(समय से) | सिंचित(देरी से) |
जे.डब्ल्यू. 3269, | जे.डब्ल्यू. 1201, | जे.डब्ल्यू. 1202, |
जे.डब्ल्यू. 3211, | जी.डब्ल्यू. 366, | एच.डी. 2932, |
जे.डब्ल्यू. 3288, | एच.आई. 1544, | डी.एल. 788- 2 |
एच.आई. 1544, | राज 3067 |
(र) हवेली क्षेत्र: रीवा, जबलपुर का भाग, नरसिंहपुर का भाग
क्षेत्र की औसत वर्षा: 1000 से 1375 मि.मी.
मिट्टी: हल्की कंकड़युक्त मिट्टी
वर्षा के पानी को बंधान के द्वारा खेत में रोका जाता है।
असिंचित/अर्धसिंचित | सिंचित(समय से) | सिंचित(देरी से) |
जे.डब्ल्यू. 3020, | जे.डब्ल्यू. 1142, | जे.डब्ल्यू. 1202, |
जे.डब्ल्यू. 3173, | जे.डब्ल्यू. 1201, | जे.डब्ल्यू. 1203, |
जे.डब्ल्यू. 3269, | जे.डब्ल्यू. 1106, | एच.डी. 2864, |
जे.डब्ल्यू. 17, | जी.डब्ल्यू. 322, | एच.डी. 2932, |
एच.आई. 1500, | एच.आई. 1544, |
ल. सतपुड़ा पठार: छिंदवाड़ा एवं बैतूल
क्षेत्र की औसत वर्षा: 1000 से 1250 मि.मी.
मिट्टी: हल्की कंकड़युक्त मिट्टी
असिंचित/अर्धसिंचित | सिंचित(समय से) | सिंचित(देरी से) |
जे.डब्ल्यू. 17, | एच.आई. 1418, | एच.डी. 2864, |
जे.डब्ल्यू. 3173, | जे.डब्ल्यू. 1201, | एम.पी. 4010, |
जे.डब्ल्यू. 3211, | जे.डब्ल्यू. 1215, | जे.डब्ल्यू. 1202, |
जे.डब्ल्यू. 3288, | जी.डब्ल्यू. 366, | जे.डब्ल्यू. 1203, |
एच.आई. 1531, |
(व) गिर्द क्षेत्र: ग्वालियर, भिण्ड, मुरैना एवं दतिया का भाग
क्षेत्र की औसत वर्षा: 750 से 1000 मि.मी.
मिट्टी: जलोढ़ एवं हल्की संरचना वाली जमीनें
असिंचित/अर्धसिंचित | सिंचित(समय से) | सिंचित(देरी से) |
जे.डब्ल्यू. 3288, | एच.आई. 1544, | एम.पी. 4010, |
जे.डब्ल्यू. 3211, | जी.डब्ल्यू. 273, | जे.डब्ल्यू. 1203, |
जे.डब्ल्यू. 17, | जी.डब्ल्यू. 322, | एच.डी. 2932, |
एच.आई. 1531, | जे.डब्ल्यू. 1201, | एच.डी. 2864 |
जे.डब्ल्यू. 3269, | जे.डब्ल्यू. 1106, | |
एच.डी. 4672 | जे.डब्ल्यू. 1215, | |
एच.आई. 8498 |
(ह) बुन्देलखण्ड क्षेत्र: दतिया, शिवपुरी, गुना का भाग टीकमगढ़,छतरपुर एवं पन्ना का भाग
क्षेत्र की औसत वर्षा: 1120 से 1250 मि.मी.
मिट्टी: लाल एवं काली मिश्रित जमीन
असिंचित/अर्धसिंचित | सिंचित(समय से) | सिंचित(देरी से) |
जे.डब्ल्यू. 3288, | जे.डब्ल्यू. 1201, | एम.पी. 4010, |
जे.डब्ल्यू. 3211, | जी.डब्ल्यू. 366, | एच.डी. 2864 |
जे.डब्ल्यू. 17, | राज 3067, | |
एच.आई. 1500, | एम.पी.ओ. 1215, | |
एच.आई. 153 | एच.आई. 8498 |
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