फसल की खेती (Crop Cultivation)

सोयाबीन फसल के लिए ICAR-NSRI ने जारी की अनुशंसित खरपतवारनाशकों की अद्यतन सूची 

16 जुलाई 2025, नई दिल्ली: सोयाबीन फसल के लिए ICAR-NSRI ने जारी की अनुशंसित खरपतवारनाशकों की अद्यतन सूची – ICAR – राष्ट्रीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान (NSRI) ने केंद्रीय कीटनाशी बोर्ड (CIB) द्वारा 31 मार्च 2025 तक अनुमोदित सोयाबीन फसल के लिए खरपतवारनाशकों की अद्यतन अनुशंसित सूची जारी की है। यह सूची किसानों को खरपतवार प्रबंधन में मदद करने के उद्देश्य से तैयार की गई है जिससे उपज में वृद्धि हो और खेतों में निराई पर होने वाला खर्च कम हो सके।

इस सूची में तीन श्रेणियों के खरपतवारनाशी शामिल हैं:

Advertisement
Advertisement

पूर्व उद्भव (Pre-Emergence – PE) खरपतवारनाशी क्या होते हैं?

PE खरपतवारनाशी बुआई के तुरंत बाद, परंतु पौधे अंकुरित होने से पहले छिड़के जाते हैं। इनका उद्देश्य शुरुआती अवस्था में खरपतवारों के बीजों के अंकुरण को रोकना होता है।

PE अनुशंसित खरपतवारनाशी

क्रमांकतकनीकी घटकमात्रा प्रति हेक्टेयर
1डाइक्लोसुलाम 0.9% + पेंडीमेथालिन 35% SE2.5 लीटर
2डाइक्लोसुलाम 84% WDG26 ग्राम
3सल्फेन्ट्राजोन 39.6% SC0.75 लीटर
4क्लोमैज़ोन 50% EC1.50 – 2.00 लीटर
5पेंडीमेथालिन 30% EC2.50 – 3.30 लीटर
6पेंडीमेथालिन 38.7% CS1.50 – 1.75 किलोग्राम
7फ्लूमिऑक्साजिन 50% SC0.25 लीटर
8मेट्रिबुजिन 70% WP0.75 – 1.00 किलोग्राम
9सल्फेन्ट्राजोन 28% + क्लोमैज़ोन 30% WP1.25 लीटर
10पाइरोक्सासल्फोन 85% WG150 ग्राम
11मेटालोक्लोर 50% EC2.00 लीटर

बाद उद्भव (Post-Emergence – POE) खरपतवारनाशी क्या होते हैं?

POE खरपतवारनाशी बुआई के 10 से 20 दिन बाद तब उपयोग किए जाते हैं जब फसल के साथ-साथ खरपतवार भी खेत में उग चुके होते हैं। यह रासायनिक दवाएँ पहले से उग चुके खरपतवारों को नियंत्रित करती हैं।

Advertisement8
Advertisement

POE अनुशंसित खरपतवारनाशी (10–20 दिन बाद)

क्रमांकतकनीकी घटकमात्रा प्रति हेक्टेयर
1क्लोरीम्यूरॉन एथाइल 25% WP + सर्फेक्टेंट36 ग्राम
2बेंताज़ोन 480 g/l SL2.00 लीटर
3इमाज़ेथापायर 10% SL1.00 लीटर
4इमाज़ेथापायर 70% WG + सर्फेक्टेंट100 ग्राम
5क्विज़ालोफॉप-एथाइल 5% EC0.75 – 1.00 लीटर
6क्विज़ालोफॉप-एथाइल 10% EC375 – 450 मिलीलीटर
7फेनोक्साप्रॉप-पी-एथाइल 9.3% EC1.11 लीटर
8क्विज़ालोफॉप-पी-टेफ्यूरिल 4.41% EC0.75 – 1.00 लीटर
9फ्लूएज़ीफॉप-पी-ब्यूटिल 13.4% EC1.00 – 2.00 लीटर
10हेलॉक्सीफॉप R मेथाइल 10.5% EC1.00 – 1.25 लीटर
11प्रोपाक्विज़ाफॉप 10% EC0.50 – 0.75 लीटर
12क्लेथोडिम 25% EC0.50 – 0.75 लीटर
13फ्लूथियासेट मेथाइल 10.3% EC125 मिलीलीटर

पूर्व-मिश्रित POE (Pre-Mixed Post-Emergence) क्या होते हैं?

पूर्व-मिश्रित POE खरपतवारनाशी दो या अधिक तकनीकी घटकों का मिश्रण होते हैं जो चौड़ी पत्ती और संकरी पत्ती दोनों प्रकार के खरपतवारों को एक साथ नियंत्रित करते हैं। इनका उपयोग फसल उगने के कुछ दिन बाद किया जाता है।

Advertisement8
Advertisement

पूर्व-मिश्रित POE अनुशंसित खरपतवारनाशी

क्रमांकतकनीकी घटकमात्रा प्रति हेक्टेयर
1फ्लूएज़ीफॉप-पी-ब्यूटिल 11.1% + फोमेसाफेन 11.1% SL1.00 लीटर
2इमाज़ेथापायर 35% + इमाज़ामॉक्स 35% WG100 ग्राम
3प्रोपाक्विज़ाफॉप 2.5% + इमाज़ेथापायर 3.75% ME2.00 लीटर
4सोडियम एसिफ्लुओरफेन 16.5% + क्लोडिनाफॉप प्रोपारगाइल 8% EC1.00 लीटर
5फोमेसाफेन 12% + क्विज़ालोफॉप एथाइल 3% SC1.50 लीटर
6फोमेसाफेन 12.5% + क्विज़ालोफॉप एथाइल 4.68% EC1.00 लीटर
7फोमेसाफेन 17.5% + क्लोडिनाफॉप-प्रोपारगाइल 12.5% ME1.00 लीटर
8क्विज़ालोफॉप एथाइल 10% EC + क्लोरीम्यूरॉन एथाइल 25% WP + सर्फेक्टेंट375 मिली + 36 ग्राम + 0.2%
9हेलॉक्सीफॉप-R मेथाइल 12.8% + इमाज़ेथापायर 10% ME0.825 लीटर
10फोमेसाफेन 12.5% + फेनोक्साप्रॉप-पी-एथाइल 10% + क्लोरीम्यूरॉन एथाइल 0.9% ME1.00 लीटर
11फ्लूथियासेट-मेथाइल 2.5% + क्विज़ालोफॉप-एथाइल 10% EC0.50 लीटर
12क्विज़ालोफॉप एथाइल 7.5% + इमाज़ेथापायर 15% EC0.50 लीटर
13फेनोक्साप्रॉप-पी-एथाइल 6% + क्लोरीम्यूरॉन एथाइल 0.9% + इमाज़ेथापायर 10% SC1.00 लीटर

ICAR-NSRI ने किसानों से अपील की है कि वे उपयुक्त खरपतवारनाशी का चयन अपने क्षेत्र की स्थिति और खरपतवार के प्रकार को ध्यान में रखते हुए करें। छिड़काव से पहले उत्पाद लेबल और सुरक्षा निर्देश अवश्य पढ़ें तथा कृषि अधिकारियों से परामर्श करें।

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.en.krishakjagat.org

Advertisement8
Advertisement
Advertisements
Advertisement5
Advertisement