एग्रीकल्चर मशीन (Agriculture Machinery)

एग्रीकल्चर मशीन (Agriculture Machinery) में कृषि और कृषि पद्धतियों में उपयोग की जाने वाली मशीनरी से संबंधित नवीनतम समाचार, अपडेट और जानकारी शामिल है। इसमें ट्रैक्टर, हार्वेस्टर, थ्रेशर, पुडलर, बुआई मशीन, हैप्पी सीडर, टिलर, मोल्ड बोर्ड हल, डिस्क हल, ड्रिप सिंचाई आदि से संबंधित एग्रीकल्चर मशीन (Agriculture Machinery) से जुड़े नवीनतम समाचार, अपडेट और जानकारी शामिल है।

इसमें कृषि और कृषि कार्यों में उपयोग की जाने वाली सभी मशीनों के लिए सभी सूचना समाचार और सब्सिडी की जानकारी शामिल है। इसमें किसानों द्वारा अपनी दैनिक कृषि खेती के लिए जुगाड़ से बनाई गई मशीनों से संबंधित समाचार और लेख भी शामिल हैं।

एग्रीकल्चर मशीन (Agriculture Machinery)

फसल अवशेषों के संग्रहण एवं उपयोग हेतु उन्नत यंत्र

फसल अवशेषों के संग्रहण एवं उपयोग हेतु उन्नत यंत्र भारत कृषि प्रधान देश है जहां अत्याधिक धान/गेहूँ की खेती होती है तथा प्रतिवर्ष धान उत्पादन में 50 प्रतिशत फसल के अवशेष बच जाते हैं, हार्वेस्टर से धान और गेहूँ की

आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें
राज्य कृषि समाचार (State News)एग्रीकल्चर मशीन (Agriculture Machinery)

गति पकड़ रहा है ट्रैक्टर बाज़ार

गति पकड़ रहा है ट्रैक्टर बाज़ार भोपाल। कोविड -19 के कारण लगभग बंद पड़े ट्रैक्टर बाज़ार में अब धीरे धीरे गति आ रही है ।हालाँकि सरकार ने किसानों एवं कृषि के हित देखते हुए ट्रैक्टर एवं कृषि यंत्र विक्रेताओं को

आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें
एग्रीकल्चर मशीन (Agriculture Machinery)

आयशर ट्रैक्टर्स की भारी मांग – एडवांस बुकिंग करा रहे किसान

आयशर ट्रैक्टर्स की भारी मांग – एडवांस बुकिंग करा रहे किसान 25 मई 2020: देश का पहला अपना स्वदेशी ट्रैक्टर ब्रांड आयशर ट्रैक्टर्स 60 सालों से देश की प्रगति में योगदान देता आ रहा है और आज विश्वव्यापी कोरोना महामारी

आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें
Advertisements
राज्य कृषि समाचार (State News)एग्रीकल्चर मशीन (Agriculture Machinery)

गोमसेलमाॅश-बेलारुस ने प्रस्तुत किए ट्रैक्टर और कृषि यंत्र

गोमसेलमाॅश-बेलारुस ने प्रस्तुत किए ट्रैक्टर और कृषि यंत्र मध्य प्रदेश – छत्तीसगढ़ में डीलर नेटवर्क बढ़ाने पर जोर 25th May 2020, भोपाल। बेलारूस और भारत के संयुक्त उपक्रम गोमसेलमाॅश बेलारूस तथा इरीशा एग्रीटेक प्रा. लि. न्यू दिल्ली विश्वस्तरीय तकनीक के

आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें
एग्रीकल्चर मशीन (Agriculture Machinery)

लचीली शॉफ्टविहीन अनाज बरमा कन्वेयर

कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। भारत में सीमांत, लघु, अर्ध मध्यम और बड़े किसान खेती करते हैं। फसल की कटाई व गहाई के उपरांत किसान अनाज को घर या खलिहान में एकत्रित कर लेते है तथा घर या खलिहान

आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें
कम्पनी समाचार (Industry News)एग्रीकल्चर मशीन (Agriculture Machinery)

स्ट्रॉ रीपर कृषि यंत्रों के आवेदन 27 दिसंबर तक

इंदौर। कृषि अभियांत्रिकी संचालनालय द्वारा स्ट्रॉ रीपर कृषि यंत्रों के जिलेवार लक्ष्य 18 दिसंबर 2019 दोपहर 12 बजे से 27 दिसंबर 2019 रात्रि 12 बजे तक आवेदन हेतु उपलब्ध रहेंगे, तत्पश्चात  28 दिसंबर 2019 को दोपहर 12 बजे से ऑनलाइन लॉटरी

आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें
Advertisements
राज्य कृषि समाचार (State News)एग्रीकल्चर मशीन (Agriculture Machinery)

कृषि यंत्रों की प्रदर्शनी – एग्रीटेक्निका में

कृषक जगत प्रतिनिधिमंडल इंदौर। गत 6 नवंबर को कृषक जगत प्रतिनिधिमंडल ने जर्मनी के हेनोवर में विश्व की सबसे बड़ी कृषि यंत्रों की प्रदर्शनी एग्रीटेक्निका का अवलोकन किया। इसके अलावा इस प्रतिनिधिमंडल ने फूलों की खेती,टोमेटो वल्र्ड अत्याधुनिक बीज संयंत्र

आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें
एग्रीकल्चर मशीन (Agriculture Machinery)

खरीफ में उपयोगी कृषि यंत्र

देश की बढ़ती जनसंख्या की खाद्य समस्या को हल करने के लिए सघन खेती की आवश्यकता है। इस समय में एक ही खेत से एक वर्ष में कई फसलें ली जाती है, इसके लिए उन्नत बीज, खाद तथा पानी की

आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें
एग्रीकल्चर मशीन (Agriculture Machinery)

बदलते मानसून का मुकाबला करने हेतु – खेत की सख्त परत को तोड़ेगा सबसॉइलर

सबसॉइलर के खरीफ फसलों में लाभ ट्रैक्टर चालित सबसॉइलर एवं ट्रैक्टर चालित कल्टीवेटर से खेत तैयार करने से दोहरा लाभ मिलता है। किसान जब खेतों में ट्रैक्टर चालित सबसॉइलर चलाकर ढाई फीट गहरी नाली का निर्माण करते हैं तो वर्षा

आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें
एग्रीकल्चर मशीन (Agriculture Machinery)

ट्रैक्टर का समय-समय पर रख-रखाव कैसे करें

हमारा देश एक कृषि प्रधान देश है, कृषि की विभिन्न इकाइयों में से कृषि अभियांत्रिकी भी एक महत्वपूर्ण इकाई है जो कि हमारे खेतों को नये तकनीकों से जोड़ता है, ट्रैक्टर उनमें से महत्वपूर्ण मशीनों में से एक है ट्रैक्टर

आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें