Month: February 2018

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फिर हटाया कृषि उपसचिव को

(विशेष प्रतिनिधि) भोपाल। विवादास्पद अधिकारी की छवि वाली किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग में पदस्थ उप सचिव 2011 बैच की आईएएस अधिकारी श्रीमती नेहा मारव्या सिंह को राज्य शासन ने फिर हटा दिया है। उनकी पदस्थापना विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी

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State News (राज्य कृषि समाचार)

ओलावृष्टि – नुकसान की भरपाई कौन करे ?

मध्यप्रदेश में एक बार फिर मौसम की मार से किसानों की फसल पर विपरीत प्रभाव पड़ा है, प्रदेश के 13 जिलों के 621 गांवों में ओलावृष्टि से किसानों की फसलों को हानि पहुंची है। भोपाल संभाग के जिलों भोपाल, विदिशा

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महाशिवरात्रि पर ओले-वर्षा का सटीक पूर्वानुमान

प्राचीन भारतीय ऋतु विज्ञान के संदर्भ में मध्य प्रदेश के एक बड़े भूभाग में असमय वर्षा ओलावृष्टि से फसलों को भारी क्षति पहुंची है। इस वर्षा से केवल गेहूं की देरी से बोआई वाले खेतों को लाभ पहुंचा है। भारतीय

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Horticulture (उद्यानिकी)

दालों के परिप्रेक्ष्य में अध्ययन

चना, अरहर, मूँग, उर्द, राजमा तथा मटर, भारत की प्रमुख दलहनी फसलें हैं। जैविक और अजैविक कारक चना और अरहर के उत्पादन को कम कर देते हैं। जैविक घटकों में कीट फसल उत्पादन को हानि पहुँचाने वाले प्रमुख कारक हैं।

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Crop Cultivation (फसल की खेती)

औषधीय गुणों से भरपूर आँवला की खेती

आंवला एक फल देने वाला वृक्ष है। यह करीब 20 फीट से 25 फीट लम्बा झाड़ीदार वृक्ष होता है। भारत की जलवायु आंवले की खेती के उपयुक्त मानी जाती है। भारत में मुख्य रूप से आंवले की खेती उत्तर प्रदेश,

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औषधीय पौधा एलोवेरा

मृदा एवं जलवायु: प्राकृतिक रूप से इसके पौधे को अनउपजाऊ भूमि में उगते देखा गया है। इसे किसी भी भूमि में उगाया जा सकता है। परन्तु बलुई दोमट मिट्टी में इसका अधिक उत्पादन होता है। उन्नतशील प्रजातियाँ: केन्द्रीय औषधीय सगंध

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मुनाफे का धंधा – ‘सर्पगंधा’

भूमि एवं जलवायु सर्पगंधा बालुई जलोढ़ से लेकर लाल लैटराइट दोमट जैसी अनेक प्रकार की भूमि में उगाया जा सकता है। इसके लिये उचित जल निकास वाली भूमि उपयुक्त रहती हैं। प्रजातियां जवाहरलाल नेहरु कृषि विश्व विद्यालय के इंदौर कृषि

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पशु आहार के रूप में एजोला

एजोला की पोषण क्षमता शुष्क वजन के आधार पर, उसमें 25-35 प्रतिशत प्रोटीन, 10-15 प्रतिशत खनिज एवं 7-10 प्रतिशत अमीनो एसिड, बायो-एक्टिव पदार्थ तथा बायो-पॉलीमर होते हैं। इसके उच्च प्रोटीन एवं निम्न लिग्निन तत्वों के कारण मवेशी इसे आसानी से

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चने की बहार

चने की बहार सागर जिले के ग्राम हीरापुर के प्रगतिशील युवा कृषक श्री राजेन्द्र सिंह लोधी ने चना जेके-315 की बोनी गत 15 नवम्बर को एक हेक्टेयर में की थी. इसमें उन्होंने 87 कि.ग्रा. बीज बोया था. कृषि विभाग से

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गेहूं 320 एवं धान की 55 लाख टन होगी खरीदी

मध्य प्रदेश में 67 लाख टन गेहूं खरीदा जाएगा नई दिल्ली। सरकार ने 2018-19 के फसल विपणन सीजन में किसानों से 320 लाख टन गेहूं खरीदने का लक्ष्य तय किया है। यह पिछले साल तय किए गए लक्ष्य से 10

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