गेहूं 320 एवं धान की 55 लाख टन होगी खरीदी
मध्य प्रदेश में 67 लाख टन गेहूं खरीदा जाएगा
नई दिल्ली। सरकार ने 2018-19 के फसल विपणन सीजन में किसानों से 320 लाख टन गेहूं खरीदने का लक्ष्य तय किया है। यह पिछले साल तय किए गए लक्ष्य से 10 लाख टन कम है।
सरकार ने वर्ष 2017-18 में किसानों से करीब 310 लाख टन गेहूं खरीदा था, जो 330 लाख टन के लक्ष्य से मामूली कम था। केंद्र सरकार के साथ राज्यों के सचिवों की एक बैठक के बाद बताया गया। बड़े राज्यों में पंजाब 119 लाख टन की खरीद करेगा। हरियाणा 74 लाख टन, म.प्र. 67 लाख टन गेहूं की खरीद करेगा।
2018-19 के दौरान गेहूं खरीद अनुमान (लाख मीट्रिक टन) | ||
राज्य | गेहूं | |
पंजाब | 119 | |
हरियाणा | 74 | |
मध्यप्रदेश | 67 | |
उत्तरप्रदेश | 40 | |
राजस्थान | 16 | |
बिहार | 2 | |
उत्तराखंड | 1 | |
गुजरात | 0.5 | |
अन्य राज्य | 0.5 | |
योग | 320 |
उत्तरप्रदेश ने विपणन वर्ष 2018-19 में करीब 40 लाख टन गेहूं की खरीद का फैसला किया है, जो राज्य में पिछले कुछ वर्षों की खरीद के रुझान से अधिक है।
उत्तर प्रदेश ने मार्च में समाप्त होने वाले विपणन वर्ष 2017-18 में करीब 37 लाख टन गेहूं खरीदा था। वर्ष 2017-18 में गेहूं का उत्पादन 9.5 करोड़ टन रहने का अनुमान था, जबकि इस साल सरकार ने उम्मीद जताई है कि अनुकूल मौसम के चलते उत्पादन 10 करोड़ टन तक पहुंच सकता है।
चालू वर्ष में गेहूं की बुआई करीब 304 लाख हेक्टेयर में हुई है, जो पिछले साल से करीब 4.5 लाख हेक्टेयर कम है। इसकी मुख्य वजह मध्यप्रदेश में गेहूं का रकबा घटना है। चालू रबी में म.प्र. में 53 लाख हेक्टेयर में गेहूं बोया गया है।
धान खरीद अनुमान (लाख मीट्रिक टन) | ||
राज्य | धान | |
आंध्रप्रदेश | 18 | |
तेलंगाना | 19 | |
ओडिशा | 7 | |
तमिलनाडु | 5 | |
केरल | 1.32 | |
पश्चिम बंगाल | 4 | |
असम | 0.34 | |
महाराष्ट्र | 0.34 | |
योग | 55 |
विपणन सीजन 2017-18 में 1 जनवरी 2018 को गेहूं का स्टॉक करीब 195.6 लाख टन होने का अनुमान है, जो बफर स्टॉक की जरूरत से करीब 42 फीसदी अधिक है। एक जनवरी को चावल का स्टॉक 162 लाख टन था , जो 1 जनवरी की बफर स्टॉक जरूरत से करीब 113 फीसदी अधिक है।
आधिकारिक बयान में कहा गया है कि सरकार ने किसानों से करीब 55 लाख टन रबी सीजन का चावल खरीदने का फैसला किया है। पिछले साल चावल खरीद का लक्ष्य 50 लाख टन था। यह 2017-18 के खरीफ सीजन की चावल खरीद के लक्ष्य 375 लाख टन के अलावा है, जिसमें से करीब 283 लाख टन की 1 जनवरी, 2018 तक खरीद हो चुकी है। पिछले साल की इसी अवधि में करीब 273.8 लाख टन चावल की खरीद हुई थी। केंद्र ने राज्यों से आग्रह किया है कि वे खरीदी केन्द्रों की संख्या में वृद्धि करें। साथ ही न्यूनतम समर्थन मूल्य के बारे में विस्तार से प्रचार-प्रसार करें। ज्ञातव्य है कि इस वर्ष गेहूं का समर्थन मूल्य 1735 रुपये क्विंटल एवं धान का 1550 रु. क्विंटल तय किया गया है।