खाद्यान्न उत्पादन 25.22 करोड़ टन रहने की संभावना
कृषि मंत्रालय का तीसरा अग्रिम उत्पादन अनुमान
नई दिल्ली। कृषि मंत्रालय द्वारा वर्ष 2015-16 का तीसरा अग्रिम उत्पादन अनुमान जारी किया गया है। अनुमान के मुताबिक कुल खाद्यान्न उत्पादन 25.22 करोड़ टन रहेगा। सूखे के बावजूद गेहूं का उत्पादन बढऩे की संभावना है।
इस वर्ष गेहूं उत्पादन सरकार के लिए राहत लेकर आ सकता है। तीसरे अग्रिम अनुमानों के मुताबिक देश में गेहूं उत्पादन जून में समाप्त हो रहे फसल वर्ष 2015-16 में 9.4 करोड़ टन रहने का अनुमान है। यह पिछले वर्ष की समान अवधि से तकरीबन 75.1 लाख टन अधिक है। लगातार पड़ते सूखे के बावजूद यह आंकड़े सामने आए हैं। गेहूं के अधिक उत्पादन ने इसके आयात संबंधी संभावनाओं पर विराम लगा दिया है। केंद्र सरकार, वर्ष 2016-17 में किसानों से तकरीबन 2.8 करोड़ टन गेहूं खरीदने की योजना बना रही है। लेकिन निजी कारोबारियों द्वारा अधिक खरीद के चलते सरकारी खरीद में कमी आ सकती है।
करनाल स्थित गेहूं शोध निदेशालय के कार्यकारी निदेशक डॉ आर. के. गुप्ता ने कहा, मार्च माह में दो बार जो बारिश हुई थी वह गेहूं की फसल के लिए अच्छी साबित हुई और इस बीच फसल खराब होने संबंधी कोई भी खबर सामने नहीं आई। तीसरे अग्रिम आंकड़ों के मुताबिक कुल खाद्यान्न उत्पादन वर्ष 2015-16 के दौरान 25.22 करोड़ टन रहा है यह पिछले वर्ष 2014-15 के मुकाबले थोड़ा अधिक है। आधिकारिक बयान के मुताबिक, वर्षा की कमी और पानी की कमी के बावजूद वर्ष 2015-16 के लिए जारी किए गए तीसरे अग्रिम आंकड़ों के मुताबिक देश में खाद्यान्न पिछले वर्ष के मुकाबले अधिक रह सकता है। दलहन उत्पादन में पिछले वर्ष के मुकाबले कमी आ सकती है। दालों में अरहर का उत्पादन 26 लाख टन रहने के आसार हैं। चने की कुल पैदावार 74.8 लाख टन रहेगी। इसी तरह तिलहन में सोयाबीन के 89.2 लाख टन, मूंगफली के 68.9 लाख टन और सरसों रेपसीड के 68.5 लाख टन उत्पादन का अनुमान है। वर्ष 2015-16 में गन्ना उत्पादन 34.67 करोड़ टन होने का अनुमान है तथा कपास का उत्पादन 3.05 रहने की संभावना है।
तीसरा अग्रिम उत्पादन अनुमान (करोड़ टन)
फसल इस वर्ष
चावल 10.33
गेहूं 9.40
मोटे अनाज 3.77
दालें 1.70
तिलहन 2.59
गन्ना 34.67
कपास 3.05
(कपास उत्पादन करोड़ गांठ में, प्रति गांठ 170 किलो)