समस्या- मिर्च फसल में चुर्डा-मुर्डा रोग से बचाव के उपाय बतायें, ताकि अधिक हानि नहीं हो सके।
– मुकेश राव, परतवाड़ा
समाधान- मिर्च का चुर्डा-मुर्डा रोग बहुत हानिकारक होता है जो सामान्य रूप से प्राय: मिर्च के क्षेत्र में पाया जाता है। पौध संरक्षण में उपचार के पहले बचाव का महत्व है। सतत फसल की निगरानी करके सफेद मक्खी की सक्रियता का काम तत्परता से हाथ में लिया जाये तो फसल में होने वाली हानि को रोका जा सकता है। वास्तव में इस रोग का कारक सफेद मक्खी ही है जो इसके वाईरस का स्थानान्तरण सरलता से करती है। आप निम्न करें।
- सल्फेक्स (गंधक युक्त चूर्ण) 2 ग्राम को 1 मि.ली. रोगर/लीटर पानी में मिलाकर घोल बनायें और 15 दिनों के अंतर से दो छिड़काव करें।
- रोगग्रस्त पौधों को निकालकर नष्ट करें।
- रोग रोधी जातियां जैसे पूसा सदाबहार, जवाहर मिर्च 218, पंजाब लाल, पूसा ज्वाला, पंत सी 1 लगायें।
- मेटासिस्टॉक्स 1 मि.ली.+1 ग्राम कार्बेन्डाजिम प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर 15 दिनों के अंतर से दो छिड़काव करें।
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