भोपाल। सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री विश्वास सारंग ने कहा है कि पर्यटन, आईटी, परिवहन और उद्यानिकी में सहकारिता के जरिये बड़े पैमाने पर रोजगार उपलब्ध करवाने के लिये सहकारी समितियाँ बनाई जायेंगी और इसका फेडरेशन बनाने के लिये सरकार विचार करेगी। श्री सारंग गत दिनों कौशल उन्नयन एवं सहकारिता पर राज्य-स्तरीय सहकारी सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
श्री सारंग ने कहा कि सहकारिता आंदोलन से महिलाओं का जुडऩा जरूरी है। उन्होंने कहा कि वे इस आंदोलन की मुख्य धुरी है। उनके जरिये ही परिवार में संस्कार आते हैं, जिनका विस्तार देश और समाज में होता है। श्री सारंग ने कहा कि अगर सहकारिता से महिलाएँ बड़े पैमाने पर जुड़ेंगी तो निश्चित ही हम इस आंदोलन के जरिये उत्थान और सर्वांगीण विकास का लक्ष्य प्राप्त कर सकेंगे। राज्य सहकारी प्रबंध संस्थान के अध्यक्ष श्री अरूण सिंह तोमर ने कहा कि प्रदेश सहकारिता के मामले में पूरे देश में अग्रणी राज्य है। उन्होंने सहकारिता में नई संभावनाओं को तलाशने और उन्हें क्रियान्वित करने पर जोर दिया। सम्मेलन में सहकारिता के क्षेत्र में नवाचार करने और उत्कृष्ट काम करने वाली संस्थाओं को पुरस्कृत किया गया। इस मौके पर राज्य सहकारी संघ की वेबसाइट तथा आईसीएम एप का लोकार्पण भी किया गया। कौशल उन्नयन पर विषय-विशेषज्ञ श्री नीलमेघ चतुर्वेदी, श्री सुधीर जैन और श्री सुरेन्द्र कुमार ने सहकारी संस्थाओं के सदस्यों को प्रशिक्षण दिया।
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