किसानों को उन्नत खेती करने के गुण सिखाएं : श्री चौहान
पन्ना। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में कृषि विभाग के कार्यो की समीक्षा की गई। बैठक में कलेक्टर श्री शिवनारायण सिंह चौहान ने कहा कि पन्ना कृषि प्रधान जिला है। लगातार दो वर्षो से मौसम की अनियमितता तथा अवर्षा के कारण फसलें प्रभावित हो रही हैं। इसके बावजूद जिले के परिश्रमी किसान खेती को बेहतर करने के प्रयास कर रहे हैं। कृषि विभाग के मैदानी कर्मचारी निर्धारित मुख्यालय में निवास करें तथा नियमित रूप से क्षेत्र का भ्रमण करें। किसानों को खेती को उन्नत बनने के गुण सिखाए। कृषि विभाग की योजनाओं में वर्तमान वित्तीय वर्ष की शत-प्रतिशत लक्ष्यपूर्ति 31 जनवरी तक सुनिश्चित करें। लक्ष्यपूर्ति न होने पर कडी अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। कलेक्टर ने फसल बीमा प्रकरणों में किसानों से अवैध रूप से राशि लेने वाले वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी अजयगढ़ श्री जीपीएस नरवरिया को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने कहा कि जब तक किसानों को सही सलाह नही मिलेगी तब तक खेती को उन्नत बनाने के प्रयास सफल नही होंगे। कृषि यंत्रीकरण, मिट्टी परीक्षण के अनुसार खाद के उपयोग, जैविक खेती तथा उद्यानिकी फसलों से किसानों को जोड़कर ही खेती बेहतर होगी। फसल बीमा का लाभ हर किसान को देने के निर्देश दिए गए थे। इसकी समय सीमा 31 दिसंबर को पूरी होने के बाद केवल एक हजार 474 अऋणी किसानों का ही बीमा किया गया है। ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों तथा बैंकों की लापरवाही के कारण हजारों किसान फसल बीमा का लाभ उठाने से वंचित रह गए। इसमें उत्तरदायित्व का निर्धारण कर कठोर कार्यवाही की जाएगी।
कलेक्टर ने कहा कि जिले में वर्तमान में एक लाख 68 हजार क्षेत्र में फसलें बोई गई हैं। अधिकारी लगातार इनकी निगरानी करें। मौसम के अनुसार किसानों को फसल प्रबंधन की सलाह दें। बीज प्रतिस्थापन को प्रभावी बनाए। किसानों को विभिन्न फसलों के उन्नत तथा प्रमाणित बीज समय पर उपलब्ध कराए।
योजना के तहत धान तथा दलहन में कोई उपलब्धि न होने तथा जिप्सम का वितरण न होने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने उप संचालक कृषि को जिम्मेदारी का निर्धारण करते हुए कार्यवाही के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने खेती को उन्नत करने की आत्मा परियोजना की समीक्षा करते हुए कहा कि निर्धारित लक्ष्यों के अनुसार किसानों को प्रशिक्षण दें। प्रशिक्षण के लिए प्रदेश के बाहर तथा प्रदेश के अन्दर किसानों को भ्रमण कराए। इसके लिए उपयुक्त स्थलों का चयन करें। प्रशिक्षण के लिए किसानों को चयन पारदर्शिता से करें। लक्ष्य के अनुसार अग्रिम फसल प्रदर्शन करें। बैठक में उप संचालक कृषि आर.एस. शर्मा ने बताया कि खाद का वितरण लक्ष्य से अधिक किया गया है। सूरजधारा योजना के तहत 8320, अन्नपूर्णा योजना के तहत 6632 तथा बीज ग्राम योजना के तहत 1610 किसानों को लाभान्वित किया गया है। तिलहन मिशन योजना में 50 किसानों को अनुदान दिया गया है। फसल बीमा का लाभ किसानों को देने के लिए लगातार प्रयास किए गए।
उप संचालक ने बताया कि प्रधानमंत्री सिंचाई योजना हालही में प्रारंभ की गई है। इसमें 5 वर्षो की अवधि में जिले में सिंचाई तालाबों का निर्माण कराया जाएगा। नलकूप योजना के तहत अनुसूचित जाति तथा जनजाति के 40 किसानों के प्रकरण स्वीकृत किए गए हैं। खनन की अनुमति प्राप्त होते ही नलकूप स्थापित कराए जाएंगे। बैठक में संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।