दलहनी फसलों मेें सिंचाई
चना प्रयोगों द्वारा सिद्ध हो चुका है कि बुआई के 45 दिन (फूल आने के पहले) या 75 दिन के बाद एक सिंचाई करने से चने की उपज 30 से 35 प्रतिशत अधिक होती है। अगर रबी मौसम में सर्दियों
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंचना प्रयोगों द्वारा सिद्ध हो चुका है कि बुआई के 45 दिन (फूल आने के पहले) या 75 दिन के बाद एक सिंचाई करने से चने की उपज 30 से 35 प्रतिशत अधिक होती है। अगर रबी मौसम में सर्दियों
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंनई दिल्ली। अब डाकघरों से लोगों को सस्ती दालें भी मिला करेंगी। प्रदेश में सरकार के बिक्री केंद्रों की कमी को देखते हुए केंद्र सरकार देश भर में सब्सिडी प्राप्त दलहनों की बिक्री डाकघरों के विशाल नेटवर्क के जरिये करेगी।
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें(विशेष प्रतिनिधि) भोपाल। प्रदेश में खरीफ फसलों की कटाई के बाद किसान अब रबी की तैयारी में जुट गए हैं। कृषि विभाग भी तैयारी में लगा हुआ है। म.प्र. में इस वर्ष रबी 2016-17 में 117 लाख 16 हजार हेक्टेयर
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंभूमि का चुनाव एवं तैयारी – मसूर सभी प्रकार की भूमि में उगार्ई जा सकती है। किन्तु दोमट और भारी भूमि इसके लिये अधिक उपयुक्त है। भूमि का पी.एच. मान 6.5 से 7.0 के बीच होना चाहये तथा जल निकास
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