नई यूरिया नीति पर मंत्रीगण अभी विचार ही कर रहे है
…की ओर से सब्सिडी के रूप में दी जाती है। मौजूदा समय में देश यूरिया की तीन करोड़ टन की वार्षिक घरेलू मांग को पूरा करने के लिये करीब 80…
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें…की ओर से सब्सिडी के रूप में दी जाती है। मौजूदा समय में देश यूरिया की तीन करोड़ टन की वार्षिक घरेलू मांग को पूरा करने के लिये करीब 80…
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंShare म.प्र. के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से गत दिनों भारत में अमेरिका के राजदूत श्री रिचर्ड आर. वर्मा ने भेंट की। श्री वर्मा ने म.प्र. में आर्थिक निवेश,…
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंShare बड़वानी। अंचल में फसल पर सभी पोषक तत्वों की पूर्ति करने वाले उर्वरकों का उपयोग कृषक नगण्य मात्रा में करते हैं। इन सभी पोषक तत्वों की पूर्ति करने वाले…
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंShare मुख्यमंत्री से रिजर्व बैंक के गवर्नर श्री राजन की मुलाकात भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से गत दिनों भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर श्री रघुराम राजन ने मुलाकात…
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें…पोटेशियम को दिसंबर में लगाना चाहिए। इससे प्रत्येक पेड़ 80 से 100 किलोग्राम तक उपज देता हैं। https://www.krishakjagat.org/news/may-19-is-the-last-date-for-registration-to-sell-moong-at-the-support-price/ (नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे…
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंShare 20 अप्रैल 2023, भोपाल । मूंग की फसल में रोग प्रबंधन – मूंग की फसल पर विभिन्न अवस्थाओं में अनेक रोगों का प्रकोप होता है यदि इन लोगों की…
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंShare नई दिल्ली। लगातार दो बार सूखे के कारण संकट से जूझ रहे लाखों किसानों को केंद्र सरकार ने सामाजिक सुरक्षा के दायरे में लाने का फैसला किया है। केंद्रीय…
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंShare कटनी। उपसंचालक किसान कल्याण एवं कृषि विभाग द्वारा कृषि उपज मण्डी कटनी के सचिव को निर्देशित किया गया है कि वे प्राईस स्टेवलाईजेशन फण्ड योजना के अंतर्गत समर्थन मूल्य…
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंShare 25 को रेल और 29 फरवरी को आम बजट नई दिल्ली। सरकारी काम-काज की आपात स्थितियों के मद्देनजर संसद का बजट सत्र 23 फरवरी, 2016 को शुरू होगा और…
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंShare भारत को 141 मिलियन हेक्टेयर खेती के साथ विश्व की चुनिंदा बड़ी कृषि आधारित अर्थव्यवस्था में चीन जैसे देश की बराबरी पर रखा जाता है। फिर भी कृषि उत्पादकता…
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें