राज्य कृषि समाचार (State News)

गन्ना उत्पादक किसानों के हितों की रक्षा कर रही यूपी की योगी सरकार

29 मई 2025, भोपाल: गन्ना उत्पादक किसानों के हितों की रक्षा कर रही यूपी की योगी सरकार – जी हां ! यूपी की योगी सरकार अपने राज्य के गन्ना उत्पादक किसानों के हितों की रक्षा कर रही है। इसका उदाहरण उस वक्त प्रत्यक्ष रूप से सामने आया है जब सरकार ने गन्ना उत्पादक किसानों को चीनी मिलों द्वारा किए जाने वाले भुगतान के लिए सख्त कदम उठाए। इसका परिणाम यह हुआ कि 122 मिलों में से 65 ने तो सौ प्रतिशत तक भुगतान कर दिया है।

प्रदेश के गन्ना आयुक्त प्रमोद कुमार उपाध्याय ने बताया कि गन्ना किसानों को समय पर भुगतान सुनिश्चित करना सरकार की पहली प्राथमिकता है। इसके लिए मुख्यालय और क्षेत्रीय स्तर पर निरंतर अनुश्रवण किया जा रहा है। भुगतान में लापरवाही बरतने वाली चीनी मिलों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के निर्देश जिला और क्षेत्रीय गन्ना अधिकारियों को दिए गए हैं। इस सख्ती का परिणाम है कि पेराई सत्र 2024-25 में 122 चीनी मिलों में से 65 ने शत-प्रतिशत गन्ना मूल्य भुगतान कर दिया है।

गन्ना आयुक्त ने बताया कि 122 चीनी मिलों में से 65 ने 100% और 22 ने 84% से अधिक गन्ना मूल्य का भुगतान कर दिया है। नियमित समीक्षा बैठकों, नोटिसों, और सख्त निर्देशों के कारण भुगतान प्रक्रिया में उल्लेखनीय तेजी आई है। मुख्यालय स्तर पर दैनिक अनुश्रवण ने इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह प्रगति गन्ना किसानों के लिए राहतकारी है और योगी सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। गन्ना आयुक्त ने चेतावनी दी कि भुगतान में लापरवाही बरतने वाली चीनी मिलों के लिए अगले पेराई सत्र में गन्ना क्षेत्रफल के पुनर्निर्धारण पर विचार किया जा सकता है। यह कदम उन मिलों पर दबाव बनाएगा जो किसानों के हितों की अनदेखी कर रही हैं। सरकार का लक्ष्य है कि सभी गन्ना किसानों को उनका बकाया समय पर और पूरा मिले, ताकि उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो।

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.en.krishakjagat.org

Advertisements