एमपी फार्म गेट एप तथा कृषि अवसंरचना निधि योजना पर कार्यशाला
23 दिसम्बर 2022, गुना: एमपी फार्म गेट एप तथा कृषि अवसंरचना निधि योजना पर कार्यशाला – राष्ट्रीय कृषक दिवस पर एमपी फार्म गेट एप तथा प्रदेश में भारत सरकार की योजना कृषि अवसंरचना निधि की विशेषताओं का प्रचार-प्रसार करने कृषकों, व्यापारियों, उद्यमियों, विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों को इन योजनाओं की मुख्य विशेषताएँ जैसे अपने घर खलियान से अपनी कृषि उपज अपने दाम पर विक्रय करने की सुविधा, कृषि विक्रय में होने वाले खर्चों में कटौती, मंडी में होने वाली भीड़ से बचत आदि सुविधाओं के संबंध में एमपी फार्म गेट ऐप से संबंधित उपयोगिता किस तरह से उक्त ऐप को एंड्राइड मोबाइल पर गूगल प्ले स्टोर पर जाकर डाउनलोड किया जा सकता है तथा उक्त ऐप को किस तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है‚ विषय पर विस्तार से प्रस्तुतीकरण किया गया। प्रस्तुतीकरण योगेश नागले‚ सहायक संचालक मंडी बोर्ड तथा एन.आई.सी. भोपाल के तकनीकी निदेशक श्री मुशर्रफ सुल्तान द्वारा किया गया। कार्यशाला में बड़े स्तर पर गुना जिले की 06 मंडियों से आए हुए व्यापारियों तथा कृषकों द्वारा अपनी जिज्ञासा अनुरूप प्रश्न पूछे गए जिसका समाधान कारक उत्तर उपस्थित विशेषज्ञों द्वारा दिया गया। कार्यशाला के द्वितीय चरण में कृषि अवसंरचना निधि योजना अंतर्गत फसलोपरांत प्रबंधन एवं सामुदायिक खेती संबंधित परियोजना की जानकारी मंडी बोर्ड भोपाल के वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला के प्रारंभ में मंडी बोर्ड ग्वालियर के संयुक्त संचालक श्री आर. पी. चक्रवर्ती द्वारा उपस्थित समस्त अतिथियों का स्वागत किया गया, गुना जिले के कलेक्टर श्री फ्रैंक नोवेल् ए जी, एस.डी.एम. श्री वीरेंद्र सिंह, कार्यशाला में विशेष रूप से उपस्थित रहे। सरकार की योजना कृषि अवसंरचना निधि की प्रशंसा करते हुए इस महत्वापूर्ण अवसर का लाभ उठाने हेतु कलेक्टर द्वारा मार्गदर्शन दिया। देश में कृषि अधोसंरचना सुधार के क्रम में वित्तीय सहायता देने के उददेश्य से कृषि अवसंरचना निधि योजना का संचालन किया जा रहा है, जिसमें एक लाख करोड़ रूपये का भारत सरकार द्वारा कोष सृजित किया गया है। योजना में बैंकों से ऋण लेने पर राशि रूपये दो करोड़ तक योजना स्वीकृत होने पर तीन प्रतिशत प्रति वर्ष की ब्याज की छूट हितग्राही को उपलब्ध कराई जा रही है।
गुना जिले में मुख्य रूप से धनिया (मसाले) का उत्पादन अत्यधिक होता है। पॉवर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से कृषि अवसंरचना निधि योजना पर खुलकर उपयोगी चर्चा हुई। उक्त योजना के तहत वेयरहाउस , कोल्ड स्टोरेज, राइपिंग चेंबर, प्राइमरी प्रोसेसिंग यूनिट, दाल मिल, फ्लोर मिल, आटा मिल, कस्टम हायरिंग सेंटर, मसाला उद्योग, बांस प्रोसेसिंग उद्योग इत्यादि में कृषि अवसंरचना निधि योजना योजना का लाभ ले सकते हैं।
कार्यशाला में संयुक्त संचालक मण्डी बोर्ड आंचलिक कार्यालय ग्वालियर श्री आर. पी. चक्रवर्ती, उपसंचालक कृषि अवसंरचना निधि योजना डॉ. पूजा सिंह, मंडी बोर्ड के चीफ प्रोग्रामर श्री संदीप चौबे, सहायक संचालक श्री योगेश नागले, एन.आई.सी. के तकनीकी निदेशक श्री मुशर्रफ सुल्तान के साथ-साथ एप डेवलपर मोहम्मद जाहिद, सहायक संचालक कृषि अवसंरचना निधि योजना श्री गोविंद शर्मा, मंडी सचिव गुना श्री उदयभान चतुर्वेदी तथा बड़ी संख्या में कृषि विभाग, उद्यानिकी, बैंक व मंडी समितियों के सचिव एवं कर्मचारी, मीडिया के साथी सहित किसान एवं व्यापारी प्रतिनिधि कार्यशाला में सम्मिलित हुए।
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