60 चेक डेम से बढ़ेगा 800 एकड़ जमीन का जल स्तर
नदी पुनर्जीवन योजना से रूपारेल नदी को मिलेगा नया जीवन
(राजीव कुशवाह, नागझिरी)।
8 फरवरी 2021,नागझिरी। 60 चेक डेम से बढ़ेगा 800 एकड़ जमीन का जल स्तर- झिरन्या क्षेत्र में स्थित रूपारेल नदी को नया जीवन देने का प्रयोग नदी पुनर्जीवन योजना से सम्भव हो सकेगा। इस भगवानपुरा और भीकनगांव तहसील के इस वृहद क्षेत्र में 60 चेक डेम बनाए जाएंगे, जिससे 800 एकड़ जमीन का जल स्तर बढ़ेगा। 4 -5 वर्षों में यह क्षेत्र हरा-भरा होकर लहलहाने लगेगा और इससे किसानों को भी बहुत लाभ होगा।
उल्लेखनीय है कि नदी पुनर्जीवन की यह तकनीक भगवानपुरा विकासखंड के ग्राम दाऊदखेड़ी की हनुमान पहाड़ी पर मूर्तरूप ले रही है, जो जिला मुख्यालय से 30 किमी दूर है। 32 लाख की लागत वाली इस योजना में पानी झिरन्या तहसील की रूपारेल नदी में डालकर ग्रामीणों के सूखे खेतों की प्यास बुझाई जाएगी। दाऊदखेड़ी के सरपंच श्री भंगड़ा बारेला और सचिव श्री मुकेश गोलकार ने कृषक जगत को बताया कि यहां 1250 फलदार और छायादार पौधे लग चुके हैं। 60 चेक डेम के लक्ष्य के विरुद्ध अब तक 11 चेक डेम बन चुके हैं। बारिश का पानी इन पौधों की सिंचाई के साथ ही जल स्तर भी बढ़ा रहा है।
श्रेष्ठ कार्य के लिए इस वर्ष खरगोन में गणतंत्र दिवस समारोह में सम्मानित उपयंत्री श्री अमित धवल और रोजगार सहायक श्री परशुराम गंधारे ने कहा कि ट्रेंच खुदाई, सीपीटी निर्माण,गंटूर ट्रेंच पितृ पर्वत पर कार्य निर्माणाधीन है, जिसमें मनरेगा के तहत करीब 200 मजदूरों को सतत रोजगार मिल रहा है। चार साल बाद जब 60 चेक डेम पूर्ण हो जाएंगे तो जल स्तर बढऩे से भगवानपुरा और भीकनगांव क्षेत्र की 800 एकड़ जमीन में सिंचाई हो सकेगी और क्षेत्र लहलहा उठेगा।
गत दिनों प्रदेश के ग्रामीण विकास विभाग के सचिव श्री सचिन सिन्हा ने श्री आकाश त्रिपाठी, खरगोन कलेक्टर अनुग्रहा पी.और जिला पंचायत सीईओ श्री गौरव बैनल के साथ निरीक्षण कर इस कार्य की सराहना कर तकनीकी कार्य में लापरवाही नहीं करने की नसीहत भी दी थी। इस मौके पर पितृ पर्वत पर श्री सिन्हा के अलावा क्षेत्रीय विधायक श्री केदार डावर, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्री सिलदार पटेल, श्री गंगाराम सोलंकी, ठाकुर देवनारायण सिंह, श्री गोविन्द गंधारे आदि ने अपने पितरों की स्मृति में पौध रोपण किया था।