यूपी में डिजिटल कृषि नीति की शुरुआत, अब एक ही प्लेटफॉर्म पर किसानों को मिलेगी बीज, सिंचाई और मौसम की जानकारी
16 अक्टूबर 2025, भोपाल: यूपी में डिजिटल कृषि नीति की शुरुआत, अब एक ही प्लेटफॉर्म पर किसानों को मिलेगी बीज, सिंचाई और मौसम की जानकारी – उत्तर प्रदेश के किसानों को खेती से अधिक लाभ दिलाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीपावली से पहले एक महत्वपूर्ण पहल की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने राज्य के कृषि क्षेत्र को आत्मनिर्भर, टिकाऊ और डिजिटल रूप से सशक्त बनाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया। इसके अंतर्गत राज्य सरकार ने ‘डिजिटल एग्रीकल्चर इकोसिस्टम’ तैयार करने का लक्ष्य रखा है, जिसमें सभी कृषि संबंधित डेटा जैसे फसल, मौसम, बीज, सिंचाई, उर्वरक, बीमा, बाजार, लॉजिस्टिक्स आदि को एकीकृत प्लेटफॉर्म पर रियल टाइम उपलब्ध कराया जाएगा। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को इस दिशा में तेजी से कार्य करने के निर्देश दिए और कहा कि डिजिटल कृषि नीति को राष्ट्रीय तकनीकी मानकों के अनुसार तैयार किया जाए।
कृषि को टेक्नोलॉजी से जोड़कर बढ़ावा देने की योजना
सीएम योगी ने कहा कि कृषि क्षेत्र को तकनीकी रूप से सशक्त बनाने और डिजिटल कृषि तंत्र की दिशा में आगे बढ़ाने के लिए समग्र दृष्टिकोण अपनाया जाएगा। इस योजना के तहत किसानों की आय में वृद्धि, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव से निपटने और कृषि उत्पादकता में वृद्धि की जाएगी। इसके अलावा, मूल्य संवर्धन और प्रसंस्करण के साथ-साथ स्थानीय रोजगार सृजन पर भी जोर दिया जाएगा। उन्होंने ‘कृषि से उद्योग तक’ की सोच को प्राथमिकता देते हुए कहा कि कृषि विश्वविद्यालयों, कृषि विज्ञान केंद्रों और किसान उत्पादक संगठनों को इस परियोजना में शामिल किया जाएगा।
₹4000 करोड़ की परियोजना से होगा किसानों को लाभ
मुख्यमंत्री द्वारा घोषित की गई इस परियोजना के लिए ₹4000 करोड़ का निवेश किया गया है, जो विश्व बैंक के सहयोग से छह सालों तक पूर्वी उत्तर प्रदेश और बुंदेलखंड के 28 जनपदों में लागू की जाएगी। यह परियोजना किसानों को जलवायु परिवर्तन के अनुसार कृषि उत्पादन बढ़ाने, उत्पादकता में सुधार और बेहतर बाजार से जोड़ने के उद्देश्य से बनाई गई है। परियोजना के तहत कृषि आधारित उद्योगों का विकास, संसाधनों का कुशल उपयोग और कृषि उत्पादों की गुणवत्ता सुधार के लिए उपाय किए जाएंगे। छोटे और सीमांत किसानों को तकनीकी सहयोग और विपणन सुविधाएं देने के लिए एक समग्र योजना बनाई जाएगी।
कृषि क्षेत्र में सुधार और वित्तीय सहायता
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि कृषि वित्तीय प्रणाली को सुदृढ़ करना अत्यंत आवश्यक है। इस परियोजना के तहत छोटे एवं सीमांत किसानों को ऋण सुविधाएं और जोखिम प्रबंधन के उपाय प्रदान किए जाएंगे, साथ ही निजी निवेश को बढ़ावा देने के लिए भी प्रोत्साहन दिया जाएगा। मछली पालन क्षेत्र में भी उत्पादकता बढ़ाने के लिए स्थानीय स्तर पर मछली के सीड उत्पादन की योजना बनाई गई है। इस परियोजना का उद्देश्य न केवल कृषि उत्पादन बढ़ाना है, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को आत्मनिर्भर बनाना भी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना के प्रत्येक घटक की नियमित समीक्षा की जाएगी और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि इसका सीधा लाभ किसानों तक पहुंचे।
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