दक्षिण भारत में टमाटर की कम हुई ’लालिमा’, ’सफेद सोना’ की चमक भी फीकी
16 सितम्बर 2025, भोपाल: दक्षिण भारत में टमाटर की कम हुई ’लालिमा’, ’सफेद सोना’ की चमक भी फीकी – दक्षिण भारत में टमाटर की कीमत काफी गिर गई है वहीं सफेद सोना अर्थात लहसुन के भी हाल कुछ अच्छी नहीं है. बताया गया है कि टमाटर के भाव बीस रुपए किलो से कम है जबकि लहसुन के भी भाव गिरकर पचास से अस्सी रुपए तक हो गए है. ऐसे में किसान परेशान है क्योंकि कीमत कम होने से लागत तक नहीं निकाल पा रहे है.
रिपोर्ट के मुताबिक, तमिलनाडु के इरोड जिले में टमाटर का रेट बहुत कम हो गया है. बाजारों में टमाटर की आवक बढ़ने से थोक दाम घटकर 16 रुपये प्रति किलो रह गए. ऐसे में किसान लागत भी नहीं निकाल पा रहे हैं. कहा जा रहा है कि पार्क ग्राउंड स्थित नेताजी डेली वेजिटेबल और फ्रूट मार्केट में थलवाड़ी, धर्मपुरी और आंध्र प्रदेश से भारी मात्रा में रोजाना टमाटर आ रहे हैं. यहां से इन्हें रिटेल व्यापारियों को बेचा जाता है. रोज करीब 2,200 से 2,800 बॉक्स (हर बॉक्स 15 किलो का) आते थे, लेकिन अब यह संख्या 3,200 बॉक्स से ऊपर पहुंच गई है.
टमाटर की आवक बढ़ने से कीमतों में गिरावट आई है. दो हफ्ते पहले जो टमाटर 40 प्रति किलो थे, अब 20 रुपये से नीचे आ गए हैं. व्यापारियों के अनुसार सामान्य क्वालिटी के टमाटर 15 रुपये प्रति किलो और अच्छी क्वालिटी के 20 रुपये प्रति किलो बिक रहे हैं. उनका मानना है कि आने वाले 3 से 5 हफ्तों तक दाम और गिर सकते हैं, लेकिन शादी और त्योहारों के सीजन में मांग बढ़ने से दाम फिर से चढ़ सकते हैं. केरल में लहसुन का रेट भी काफी कम हो गया है. पिछले साल जिस पारंपरिक लहसुन की किस्म कंथल्लूर और वट्टावाडा के रेट 400 से 600 रुपये प्रति किलो थे, अब उनकी कीमतें गिरकर 50 से 80 रुपये हो गई हैं. इससे किसानों के साथ-साथ व्यापारियों को भी आर्थिक नुकसान हो रहा है.
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