राज्य कृषि समाचार (State News)

मध्यप्रदेश के कई जिलों में वर्षा या गरज चमक के साथ बौछारें पड़ेंगी  

17 अगस्त 2024, इंदौर: मध्यप्रदेश के कई जिलों में वर्षा या गरज चमक के साथ बौछारें पड़ेंगी  –  मौसम केंद्र, भोपाल से मिली जानकारी के अनुसार पछले 24 घंटों  के दौरान  मध्यप्रदेश  के भोपाल, इंदौर, नर्मदा पुरम संभागों के जिलों में कहीं- कही; उज्जैन ,ग्वालियर , चंबल, रीवा,जबलपुर, सागर संभागों के जिलों में  कुछ स्थानों पर; शहडोल संभाग के जिलों में अनेक  स्थानों पर वर्षा दर्ज़  की गई एवं शेष सभी संभागों के जिलों में मौसम मुख्यतः शुष्क रहा। रीवा जिले के हनुमना में सर्वाधिक 80.0 मिमी वर्षा दर्ज़ की गई। राज्य के कई जिलों में गरज-चमक के साथ तेज़ हवाएं चलीं l 1 जून से 17 अगस्त तक की अवधि में दीर्घावधि औसत से राज्य में 13 % अधिक वर्षा हुई है। पूर्वी मध्यप्रदेश में औसत से 11% अधिक वर्षा हुई ,जबकि पश्चिमी मध्यप्रदेश में औसत से 14 % अधिक वर्षा हुई है।

मौसम की स्थिति : मानसून ट्रफ  वर्तमान में  बीकानेर,  वनस्थली ,शिवपुरी, सीधी,रांची और फिर दक्षिण बांग्ला देश पर बने निम्न दाब क्षेत्र के केंद्र तक विस्तृत है। वहीं दक्षिण बांग्ला देश के ऊपर भी एक निम्न दाब क्षेत्र बना  हुआ है। इसके अलावा पश्चिमी राजस्थान के ऊपर चक्रवातीय परिसंचरण दक्षिण -पश्चिम  की ओर सक्रिय है। जिससे मध्य -पश्चिमी अरब सागर तक एक ट्रफ रेखा विस्तृत है। एक चक्रवातीय परिसंचरण एक चŢवातीय  तेलंगाना से संलग्न उत्तर आंतरिक कर्नाटक पर सक्रिय है। एक ट्रफ रेखा उक्त चक्रवातीय परिसंचरण से लेकर के रल और आंतरिक तमिलनाडु होते हुए कोमोरिन क्षेत्र तक विस्तृत है।

Advertisement
Advertisement

पूर्वानुमान – भोपाल, विदिशा , रायसेन, सीहोर , राजगढ़,  नर्मदा पुरम, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगौन, बड़वानी, अलीराजपुर,झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन , देवास, शाजापु शिवपुरी,  ग्वालियर ,  दतिया , भिंड  मुरैना, श्यो पुरकलां,नरसिंहपुर , छिंदवाड़ा ,  पन्ना , दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी और पांढुर्ना जिलों में  कुछ स्थानों पर तथा बैतूल, आगर, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, सिंगरौली , सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, अनुपपुर, शहडोल,उमरिया , डिंडोरी , कटनी, जबलपुर, सिवनी , मंडला, बालाघाट और मैहर जिलों में अनेक स्थानों पर  वर्षा  या गरज चमक के साथ  बौछारें पड़ेंगी। कुछ जिलों में वज्रपात  / झंझावात की भी  संभावना है।

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

Advertisement8
Advertisement

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

Advertisement8
Advertisement

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.en.krishakjagat.org

Advertisements
Advertisement5
Advertisement