राज्य कृषि समाचार (State News)

अधिक धान तौलने पर कलेक्टर ने डिप्टी रजिस्ट्रार को जारी किया नोटिस

02 जनवरी 2025, रायपुर: अधिक धान तौलने पर कलेक्टर ने डिप्टी रजिस्ट्रार को जारी किया नोटिस – राज्य शासन के कड़े आदेश के बाद भी प्रदेश के धान खरीदी केंद्रों में किसानों से निर्धारित मात्रा से ज्यादा धान तौलकर लिया जा रहा है। आलम ये है कि खाद्य मंत्री दयालदास बघेल के इलाके बेमेतरा में भी किसानों से ज्यादा मात्रा में धान लिया जा रहा है। इसी कड़ी में बिलासपुर जिले में ऐसी ही शिकायत की पुष्टि होने पर कलेक्टर ने उप पंजीयक को शो कॉज नोटिस जारी कर दिया है।

छत्तीसगढ़ में सरकार द्वारा किसानों का धान समर्थन मूल्य पर खरीदा जा रहा है, जिसके लिए प्रदेश भर में सहकारी समितियों के जरिये खरीदी केंद्र स्थापित किये गए हैं। किसानों को हर बोरे में 40 किलो धान भरकर लाना होता है। अमूमन एक बोरे का वजन लगभग 600 ग्राम होता है। ऐसे में प्रति बोरा धान 40 किलो 600 ग्राम तौलकर देना होता है, मगर अधिकांश खरीदी केंद्रों में इस मापदंड का उल्लंघन किया जा रहा है। खरीदी केंद्र प्रभारियों द्वारा किसानों को यह तर्क दिया जाता है कि धान लेने के बाद केंद्र में समय बीतने के साथ ही धान सूखने लगता है, जिससे उसका वजन कम हो जाता है, इस बहाने वे किसानों से प्रति बोरा डेढ़ से दो किलो ज्यादा धान तौलकर लेते हैं। इस तरह खरीदी केंद्रों द्वारा धान के सूखने से कम हो जाने के एवज में किसानों से जबरिया अधिक धान लिया जा रहा है। छत्तीसगढ़ के अमूमन सभी जिलों में इस तरह की स्थिति बनी हुई है। बिलासपुर जिले के कलेक्टर अवनीश शरण ने इसी तरह की गड़बड़ी और किसानों की शिकायत के बाद भी कार्रवाई ना किए जाने के आरोप में उप पंजीयक को शोकाज नोटिस जारी किया है। नोटिस का जवाब 24 घंटे के भीतर देने का निर्देश दिया है। दरअसल पचपेड़ी क्षेत्र की सेवा सहकारी समिति, सोन में 30 दिसंबर को तहसीलदार द्वारा निरीक्षण किया गया। जांच के दौरान 163 बोरी धान की तौल कराई गई, जिसमें प्रत्येक बोरी का औसत वजन 41.673 किलोग्राम पाया गया। यह मानक वजन 40.600 किलोग्राम से करीब एक किलोग्राम अधिक था। निरीक्षण के बाद धान खरीदी केंद्रों में मानकों से अधिक धान तौलाई के मामले में लापरवाही बरतने पर उप पंजीयक सहकारिता मंजू पाण्डेय को कलेक्टर अवनीश शरण ने शो-कॉज नोटिस जारी किया है। उन्होंने 24 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है, अन्यथा एकतरफा कार्रवाई की चेतावनी दी है।

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.en.krishakjagat.org

Advertisements