मुझ पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप विपक्ष की साजिश है
कृषि मंत्री श्री कमल पटेल की सफाई
2 अप्रैल 2023, इंदौर । मुझ पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप विपक्ष की साजिश है – गत दिनों इंदौर में स्टेट प्रेस क्लब के तत्वावधान में आयोजित पत्रकारवार्ता में मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री श्री कमल पटेल ने केंद्र और राज्य सरकार की किसान और आमजन के लिए हितकारी विभिन्न योजनाओं का बखान किया और गेहूँ के मूल्य, मूंग फसल, फसल बीमा, खाद संकट पर खुलकर बोले और खुद पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को विपक्ष की साजिश बताया।
आनंद जाट द्वारा जारी वायरल वीडियो में श्री कमल पटेल पर किसानों से लूटकर 500 करोड़ की प्रत्यक्ष सम्पत्ति हरदा में ही होने के आरोप लगाए गए हैं। इस सवाल पर श्री पटेल ने कहा कि मैं जनता के लिए लड़ता हूँ। विकास देखना हो तो हरदा आएं। इस मामले को संबंधित के अलावा कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से भी प्रसारित किया गया था। इसलिए मैं इन दोनों के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करूँगा। लक्ष्मी बाई नगर मंडी में व्यापारियों द्वारा किसानों का गेहूँ समर्थन मूल्य से भी नीचे खरीदने पर हुए हंगामे और व्यापारियों द्वारा कार्टेल बनाकर गेहूँ का भाव गिराने के सवाल पर श्री पटेल ने कहा कि पहले किसान की फसल आती थी तब सरकार देर से खरीदी करती थी तो व्यापारी दो माह दाम गिरा देते थे, और किसान की फसल बिकने के बाद दाम दुगुने हो जाते थे। हमने जब देश में पहली बार 15 मार्च से खरीदी शुरू की उसके कारण 10 हजार करोड़ रुपए किसानों को ज्यादा दाम दिलाने में सफल रहे। गेहूँ की कीमत 3 हज़ार रु/क्विंटल करने संबंधी मांग के एक सवाल पर श्री पटेल ने कहा कि कांग्रेस की सरकार में तो 2-5 रुपए समर्थन मूल्य बढ़ता था। जबकि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने लागत पर 50 प्रतिशत लाभांश जोडक़र समर्थन मूल्य घोषित किया है। अब तक 30-40 प्रतिशत समर्थन मूल्य बढ़ाया जा चुका है। यही कारण है कि चना उत्पादन, गेहूँ निर्यात में हम अव्वल हैं। मप्र सरकार द्वारा 14 प्रतिशत तक नमी वाला गेहूँ खरीदा जाएगा। बारिश की वजह से गेहूँ का रंग हल्का और मिट्टी मिश्रित हो गया है, उसमें भी छूट दी जाएगी। भारत सरकार से भी छूट दिलाई जाने की कोशिश की जा रही है। देश का 44 प्रतिशत मूंग प्रदेश में उगा रहे हैं। मूंग का समर्थन मूल्य 7500 रु/क्विंटल होने से उत्पादक किसानों को प्रति हेक्टेयर 45 हजार का अतिरिक्त लाभ हुआ है। किसानों की आय बढ़ रही है।
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