राज्य कृषि समाचार (State News)

प्रदेश में जायद फसलों की बोनी 73 फीसदी पूरी

8.43 लाख हेक्टेयर में हुई मूंग की बोनी

02 मई 2025, भोपाल: प्रदेश में जायद फसलों की बोनी 73 फीसदी पूरी – प्रदेश में चालू जायद वर्ष 2025 में लगभग 11 लाख 59 हजार हेक्टेयर में मूंग लेने का लक्ष्य रखा गया है इसके विरुद्ध 21 अप्रैल तक 8 लाख 43 हजार हेक्टेयर में मूंग की बोनी हो गई है। जो लक्ष्य के विरुद्ध 73 फीसदी है। जबकि गत वर्ष समान अवधि में 6.92 लाख हेक्टेयर में बोनी हुई थी। समर्थन मूल्य में बेहतर कीमत मिलने के कारण गत वर्ष किसानों को लाभ हुआ, इसे देखते हुए लक्ष्य में इस वर्ष 1 लाख हेक्टेयर की वृद्धि की गई है तथा किसान मूंग लगाने के प्रति उत्साहित भी हैं। राज्य में इस वर्ष 13 लाख 47 हजार हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में जायद फसलें लेने का लक्ष्य रखा गया है। इसके विरुद्ध अब तक 9.82 लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में बोनी हो गई है जो लक्ष्य के विरुद्ध 73 फीसदी है।

कृषि विभाग के मुताबिक देश एवं प्रदेश में सबसे अधिक मूंग फसल लेने वाला नर्मदापुरम जिला है। इस वर्ष यहां लगभग 2.50 लाख हेक्टेयर में मूंग लेने का लक्ष्य रखा गया है। दूसरे नम्बर पर रायसेन जिला है यहां 1.50 लाख हेक्टेयर में मूंग ली जाएगी।

Advertisement
Advertisement

तीसरे नम्बर पर हरदा जिला है यहां 1.46 लाख हेक्टेयर में मूंग ली जाएगी। इसी प्रकार नरसिंहपुर जिले में 1.20 लाख हेक्टेयर में मूंग लगाने का लक्ष्य है वहीं सीहोर जिले में 1 लाख, जबलपुर 60 हजार, देवास 46 हजार, कटनी 52 हजार, दमोह 45 हजार एवं खंडवा जिले में भी 36 हजार हेक्टेयर में मूंग लेने का लक्ष्य रखा गया है। इसके विरुद्ध अब तक राज्य में 8 लाख 43 हजार हेक्टेयर में मूंग बोई गई है।

जायद का रकबा

कृषि विभाग के अनुसार प्रदेश में जायद की कुल फसलें अब तक 9.82 लाख हेक्टेयर में बोई गई हैं। मूंग के अलावा अन्य फसलों की बोनी के तहत अब तक मूंगफली 13213 हेक्टेयर में, मक्का 9876 हेक्टेयर, उड़द 64678 हेक्टेयर एवं ग्रीष्मकालीन धान 51376 हेक्टेयर में बोई जा चुकी है।

Advertisement8
Advertisement

म.प्र. में जायद की बोनी 21 अप्रैल 2025 (हेक्टे. में)

फसललक्ष्यबुवाई
मूंग1159227843433
उड़द  9526064678
धान4513251376
मक्का278779873
मूंगफली1958613213
कुल1347082982576

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

Advertisement8
Advertisement

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.en.krishakjagat.org

Advertisements
Advertisement5
Advertisement