श्री आंजना भाकिसं के पुनः प्रदेश अध्यक्ष बने
13 सितम्बर 2024, भोपाल: श्री आंजना भाकिसं के पुनः प्रदेश अध्यक्ष बने – भारतीय किसान संघ मध्यप्रदेश व मध्यभारत प्रांत का निर्वाचन समन्वय भवन, अपेक्स बैंक में गुरुवार को संपन्न हुआ। श्री कमल सिंह आंजना पुनः बने प्रदेश अध्यक्ष, श्री चंद्रकांत गौर महामंत्री बने। भारी बारिश के बावजूद भारतीय किसान संघ के प्रदेश अधिवेशन में प्रदेश के 55 जिलों के किसान शामिल हुए। भारी बारिश के बावजूद भी प्रदेश अधिवेशन में महाकौशल, मध्य भारत व मालवा प्रांत से समस्त प्रांत कार्यकारिणी, जिलों की कार्यकारिणी के सभी पदाधिकारियों ने शामिल होकर निर्वाचन प्रक्रिया में भाग लिया।
नव निर्वाचित प्रदेश कार्यकारिणी – श्री कमल सिंह आंजना प्रदेश अध्यक्ष, श्री चंद्रकांत गौर महामंत्री, श्री ओम नारायण पचौरी, श्री ओम नारायण दीक्षित, श्री दिनेश पाटीदार प्रदेश उपाध्यक्ष, श्री योगेंद्र भामूश्री , रामचरण पटेल, श्री राजेंद्र शर्मा प्रदेश मंत्री, श्री नवनीत रघुवंशी कोषाध्यक्ष,श्री जगराम यादव जैविक प्रमुख, श्री गिरजा ठाकुर प्रदेश महिला संयोजक, श्री महेश चौधरी प्रदेश संगठन मंत्री, श्री भरत पटेल, श्री अतुल माहेश्वरी, श्री मनीष शर्मा, श्री गजराज सिंह, श्री लक्ष्मी नारायण पटेल, श्री रमेश दांगी, श्री भवानी शंकर शर्मा, श्री प्रहलाद पटेल, श्री शिवनंदन रघुवंशी, श्री सर्वज्ञ दीवान सदस्य के पद पर निर्वाचित हुए। किसान संघ की मध्यभारत प्रांत कार्यकारिणी के निर्वाचन में श्री सर्वज्ञ दीवान प्रांत अध्यक्ष, श्री शिवनंदन रघुवंशी प्रांत महामंत्री निर्वाचित घोषित किए गए। कार्यकारिणी के सदस्य भी निर्विरोध निर्वाचित हुए।
इसके पूर्व भारतीय किसान संघ के अखिल भारतीय सह संगठन मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह ने कहा कि कार्यकर्ता संगठन के प्राण और संगठन का दर्पण होता है, संगठन की शक्ति कार्यकर्ता से होती है संख्या बल से नहीं। श्री सिंह ने आह्वान करते हुए कहा कि निष्काम वृत्ति की चाह रखने वाले कार्यकर्ता निर्माण करना होगा।भारतीय किसान संघ के क्षेत्रीय संगठन मंत्री श्री महेश चौधरी ने कहा कि हमारा संगठन शोषित पीड़ित किसान के आर्थिक उत्थान के महान लक्ष्य को लेकर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि कृषि को सिरमौर होने के गौरव को पुनः स्थापित करना है। राष्ट्र सर्वोपरि है, इस भाव के साथ कृषि व किसान हित में संगठन की रीति नीति के अनुसार कार्य करना है। आज खाद्यान्न में भारत आत्मनिर्भर है यह किसान के पुरुषार्थ का ही परिणाम है। किसान हित को रखते हुए हमें देश हित की चिंता करते हुए आगे बढ़ना है।
प्रदेश अधिवेशन में सभी कार्यकर्ता की एक राय थी कि जब तक सोयाबीन के 6000, धान 3100 व गेहूं के 2700 रुपए प्रति क्विंटल के दाम किसानों को नहीं मिल जाते तब तक किसान संघ का आंदोलन जारी रखना चाहिए।निर्वाचन उपरांत समन्वय भवन से शिवाजी चौक तक शोभायात्रा निकाली गई।
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