समर्थन मूल्य पर गेहूं के लिए 31 मार्च तक होगा पंजीकरण
इंदौर जिले में करीब 73 हजार किसानों का हुआ पंजीकरण
18 मार्च 2025, इंदौर: समर्थन मूल्य पर गेहूं के लिए 31 मार्च तक होगा पंजीकरण – इंदौर जिले में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर प्लॉट की बिक्री के लिए अभी तक 72 हजार 962 किसानों ने पंजीकरण कराया है। किसानों से आग्रह किया गया है कि गेहूं की बिक्री के लिए समय-सीमा में पंजीकरण अवश्य कराएं । किसान 31 मार्च तक रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। उपार्जन 5 मई तक होगा। गेहूं की पसंद के लिए कमांडर में 209 उपार्जन केंद्र बनाए गए हैं। गेहूं की हकीकत 2600 प्रति माह की दर से जा रही है। इसमें न्यूनतम समर्थन मूल्य 2425 मूंगफली है और राज्य सरकार द्वारा 175 प्रति किलो की कीमत पर पिज्जा जारी किया जा रहा है।
बताया गया कि प्रदेश में लगभग 10 लाख किसानों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की बिक्री के लिए अपना पंजीकरण कराया है। इनमें इंदौर संभाग के जिले बुरहानपुर में 160 , खरगोन में 4305 , बड़वानी में 577 , अलीराजपुर में 85 , खंडवा में 11,560 , धार में 20,647 , झाबुआ में 3934 और इंदौर में 31,694 किसान पंजीकरण शामिल हैं। इसके अलावा मंदसौर में 31,714 , नीमच में 10,259 , आगर-मालवा में 25,357 , देवास में 37,038 , मराठा में 19,966 , शाजापुर में 53,172, में 78,016 , अशोकनगर में 12,557 , शिवपुरी में 8662 , खाते में 5880 , दतिया में 7680 , गुना में 8446 , भिंड में 10,470 , श्योपुर में 11,157 , मुरैना में 7824 , जापान में 11,075 , बालाघाट 806 , कटनी में 15,511 , पांढुर्ना में 89 , डिंडौरी में 1773 , 9091 , सिवनी में 24,801 , नरसिंहपुर में 20,979 , मंडला में 9350 , हरदा में 22,227 , बैतूल में 8788 , नर्मदा पुरम में 52,017 , विदिशा में 65,348 , रायसेन में 57,898 , 55,855 , भोपाल में 26,847 , सीहोर में 76,299 , 12,028 , रीवा में 9439 , सिंगरौली में 4369 , मऊगंज में 996 , मैहर में 3835 , में 4535 , में 521 , उमरिया में 4312 , शहडोल में 5145 , पन्ना में 14,785 , निवाड़ी में 1132 , दमोह में 22,505 , टीकमगढ़ में 8048 , छतरपुर में 12,198 और सागर में 56,462 किसानों ने पंजीकरण कराया है।
(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, टेलीग्राम, व्हाट्सएप्प)
(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)
कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:
www.krishakjagat.org/kj_epaper/
कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: