नेट हाउस से रमेश की मेहनत रंग लाई
5 माह में दो फसलों से 5 लाख रूपए का हुआ मुनाफा
खरगोन। भगवानपुरा विकासखंड के ग्राम बन्हेर के किसान रमेश पिता उमरावसिंह ने अपनी मेहनत से पिछले दो फसलों से 5 लाख रूपए तक का मुनाफा लिया है। रमेश इस बात से और भी ज्यादा खुश है कि उसके द्वारा उपजाई गई ओलावेरी खीरा और शिमला मिर्च की इंदौर के बाजार में अच्छी मांग हो रही है। इसके लिए वे भरसक प्रयास करते हंै। पारंपरिक खेती से आधुनिक खेती की ओर बढऩे वाले रमेश जरूरत होने पर आज भी पारंपरिक खेती के नुख्स पर ही भरोसा करते हैं। जब उनकी शिमला मिर्च पर मच्छरों की बीमारी का हमला हुआ, तो उन्होंने जहरीली दवाई के स्थान पर गौमूत्र पर ही भरोसा किया और इससे निजात भी पाया। रमेश को उद्यानिकी विभाग द्वारा संरक्षित खेती घटक योजना से 28 लाख 40 हजार की लागत वाले नेट हाउस का निर्माण किया गया। यह नेट हाउस मार्च-अप्रैल 2019 में बनकर तैयार हुआ, जिसमें उन्हें 14 लाख 20 हजार रूपए का अनुदान प्राप्त हुआ। 4 हजार वर्ग मिनट में बने नेट हाउस में पहली फसल भर गर्मी में ओलावेरी खीरा से प्रारंभ की। ओलावेरी खीरा उन्होंने 75 क्विंटल पकाया, जिससे उन्हें 2 लाख 50 हजार रूपए का मुनाफा हुआ। इसके बाद इसी नेट हाउस में अपनी दूसरी फसल शिमला मिर्च लगाई। हालांकि अत्यधिक बारिश के कारण शिमला मिर्च प्रारंभ में प्रभावित हुई, लेकिन उद्यानिकी विभाग के तकनीकी मार्गदर्शन और अपने खेती के पुराने अनुभवों से मिर्च की फसल को पूरी तरह बिगडऩे नहीं दिया और लगातार देख-रेख तथा आवश्यक उपाय करने के बाद मिर्च की फसल पुन: उपज देने लायक हुई और अभी तक उन्होंने 80 से 90 क्विंटल बेचने के बाद भी उन्हें 2 लाख 50 हजार रूपए का मुनाफा हुआ है।