राज्य कृषि समाचार (State News)

राजस्थान: भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर किसानों को मिला उन्नत खेती का मंत्र, तिलहन उत्पादन बढ़ाने पर दिया जोर

10 नवंबर 2025, जयपुर: राजस्थान: भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर किसानों को मिला उन्नत खेती का मंत्र, तिलहन उत्पादन बढ़ाने पर दिया जोर – भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के पावन उपलक्ष्य में, बूंदी के सब्जी उत्कृष्टता केंद्र में ‘नेशनल मिशन ऑन एडिबल ऑयल-तिलहन योजना’ के तहत एक दिवसीय ब्लॉक-स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में बूंदी पंचायत समिति के 100 किसानों ने भाग लिया, जिन्हें तिलहनी फसलों से अधिकतम पैदावार लेने के गुर सिखाए गए। कार्यशाला में किसानों को सोयाबीन, तिल और सरसों की उन्नत खेती की वैज्ञानिक जानकारी देने के साथ ही कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को उपयोगी जानकारियां साझा कीं।

भगवान बिरसा मुंडा को किया याद

कार्यशाला की शुरुआत भगवान बिरसा मुंडा के जीवन और उनके कृतित्व पर प्रकाश डालकर की गई। डॉ. हरीश वर्मा ने कृषकों को भगवान बिरसा मुंडा की जीवनी के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम में जिला विस्तार अधिकारी शिवराज खटीक ने किसानों को विभिन्न विभागीय योजनाओं की जानकारी देकर उनका लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया।

Advertisement
Advertisement

कार्यशाला में डॉ. दुर्गालाल मौर्य ने किसानों को तिलहनी फसलों से तेल निकालने की घाणी लगाने के बारे में विस्तार से बताया, ताकि किसान केवल फसल ही नहीं, बल्कि मूल्य-संवर्धन करके अपनी आय बढ़ा सकें। उन्होंने सब्जी फसलों की उन्नत पौध तैयार करने की तकनीक भी साझा की। संयुक्त निदेशक कृषि कौशल कुमार सोमाणी ने तिलहनी फसलों में सन्तुलित उर्वरक के प्रयोग पर जोर दिया, ताकि कम लागत में बेहतर उत्पादन लिया जा सके।

इसके अतिरिक्‍त कृषि अधिकारी इन्द्रराज मीणा ने सोयाबीन, तिल व सरसों की उन्नत खेती करने के वैज्ञानिक तरीकों की जानकारी दी, वहीं कृषि अधिकारी सुरेश मीणा ने समन्वित पोषक तत्व प्रबन्धन के महत्व को समझाया। कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. हरीश वर्मा ने फसलों को कीट व रोगों से बचाने के प्रभावी निदान और प्रबंधन के तरीके बताए।

Advertisement8
Advertisement

आपने उपरोक्त समाचार कृषक जगत वेबसाइट पर पढ़ा: हमसे जुड़ें
> नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़व्हाट्सएप्प
> कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें
> कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: E-Paper
> कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: Global Agriculture

Advertisement8
Advertisement
Advertisements
Advertisement5
Advertisement