राजस्थान: मंत्री कुमावत ने गोपालन व डेयरी योजनाओं की समीक्षा की, गौवंश संरक्षण व डेयरी विकास को मजबूती देने पर जोर
05 दिसंबर 2025, जयपुर: राजस्थान: मंत्री कुमावत ने गोपालन व डेयरी योजनाओं की समीक्षा की, गौवंश संरक्षण व डेयरी विकास को मजबूती देने पर जोर – राजस्थान पशुपालन, डेयरी और गोपालन मंत्री जोराराम कुमावत ने गुरुवार को सचिवालय में गोपालन एवं डेयरी विभाग की महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक ली। बैठक में विभागीय योजनाओं की प्रगति, पशुधन संरक्षण, डेयरी विकास कार्यों, गौशालाओं के सुदृढ़ीकरण तथा आगामी बजट घोषणा पर विस्तार से चर्चा की गई।
मंत्री कुमावत ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि गौवंश संरक्षण से जुड़े कार्यक्रमों को प्रभावी रूप से लागू किया जाए तथा प्रदेश के प्रत्येक जिला स्तर पर योजनाओं का समयबद्ध लाभ आमजन तक पहुँचाया जाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार गोपालन क्षेत्र को मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और इसी उद्देश्य से विभागीय प्रक्रियाओं में पारदर्शिता तथा गति सुनिश्चित की जा रही है।
बैठक में गौशालाओं की वित्तीय एवं भौतिक प्रगति, पशुओं के लिए चारे-पानी की उपलब्धता, बाड़ेबंदी कार्य, गौशालाओं के लंबित अनुदान, डेयरी विकास गतिविधियों तथा दुग्ध उत्पादों के विपणन को बढ़ावा देने जैसे मुद्दों की समीक्षा की गई। मंत्री कुमावत ने गोपालन विभाग के अधिकारियों को अनुदान वितरण के लिए एक कैलेडर बनाकर सख्ती से उसका पालन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गौशाला विकास योजना का पोर्टल पूरे समय खुला रहना चाहिए जिससे कार्य अबाधित रूप से होता रहे और गौशालाओं के संचालकों का प्रशिक्षण जल्द से जल्द पूरा किया जाना चाहिए। उन्होंने नंदीशाला, गौशाला विकास और पशु आश्रय स्थलों का निर्माण जैसी योजनाओं की धीमी गति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए काम मे तेजी लाने के निर्देश दिए। श्री कुमावत ने कहा कि गायों के लिए काम करने का मौका सौभाग्य से मिलता है हमें इस अवसर का लाभ उठाते हुए गोपालन क्षेत्र को अधिक से अधिक मजबूती देने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने नापासर में पीपीपी मोड पर गौ अभ्यारण्य खोलने का प्रस्ताव बनाने का निर्देश भी अधिकारियों का दिया।
बैठक में जैसलमेर में डेयरी की अनियमितताओं के संबंध में भी चर्चा हुई जिसमें एसीबी के अधिकारी भी उपस्थित रहे। मंत्री कुमावत ने इस प्रकरण को जल्द से जल्द समाप्त करने के निर्देश दिए। एसीबी के अधिकारियों ने भरोसा दिलाया कि जल्द ही जांच पूरी कर ली जाएगी।
मंत्री कुमावत ने डेयरी में खाली पदों को भरने की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश देते हुए कहा कि पदों के खाली रहने से काम की गति धीमी होती है। उन्होंने अधिकारियों को काम के लिए प्रोएक्टिव होने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि डेयरी जनता के लिए है इसलिए उत्पादों की गुणवत्ता और उत्पाद बनाते और इनके विपणन में इस बात का भी विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। उन्होंने वित्तीय अनियमितता और वसूली के मामलों की जांच प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश देते हुए कहा कि भ्रष्टाचार किसी भी कीमत पर बरदाश्त नहीं है और इस मामले में ढिलाई बरतने पर संबंधित अधिकारी के खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकती है। उन्होंने प्रदेश के सरकारी विभागों, अस्पतालों और रोडवेज के कार्यालयों में डेयरी के आउटलेट खोले जाने की प्रगति की भी जानकारी ली और कहा कि दिल्ली में भी सरस उत्पादों का बाजार बढ़ाया जाए।
बैठक में पशुपालन, गोपालन एवं डेयरी विभाग के शासन सचिव डॉ समित शर्मा ने कहा कि गौशालाओं में प्रजनन योग्य गायों के सेक्स सॉर्टेड सीमन से कृत्रिम गर्भाधान कराने का लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए जिससे आने वाले समय में दूध देने वाली उन्नत नस्ल की गायों की संख्या बढ़े और गौशालाएं आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हों। उन्होंने विभागों को पूरी पारदर्शिता और ईमानदारी से काम में तेजी लाने को कहा।
बैठक में संयुक्त सचिव दिनेश कुमार जांगिड़, आरसीडीएफ की महाप्रबंधक श्रुति भारद्वाज तथा गोपालन विभाग के निदेशक पंकज ओझा सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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