राजस्थान: सरसों में सुपर फास्फेट के उपयोग पर जोर, कृषि योजनाओं की प्रगति की समीक्षा
14 अक्टूबर 2024, जयपुर: राजस्थान: सरसों में सुपर फास्फेट के उपयोग पर जोर, कृषि योजनाओं की प्रगति की समीक्षा – राजस्थान की कृषि आयुक्त सुश्री चिन्मयी गोपाल ने भरतपुर का दौरा कर कृषि और उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में उन्होंने राज्य सरकार की बजट घोषणाओं को समय पर लागू करने और किसानों को योजनाओं का अधिकतम लाभ पहुंचाने पर जोर दिया।
सरसों में सुपर फास्फेट के उपयोग पर जोर
बैठक में उन्होंने कहा कि सरसों की खेती में डीएपी के बजाय सुपर फास्फेट का उपयोग बढ़ावा दिया जाए, ताकि तेल की गुणवत्ता और मात्रा में सुधार हो सके। साथ ही, हर पंचायत समिति में कृषि आदानों की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा गया, जिससे फसल बुवाई के दौरान किसानों को कोई दिक्कत न हो।
डीएपी की नियमित आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश
आयुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि डीएपी और अन्य उर्वरकों का वितरण तय दरों पर हो। यदि किसी भी स्तर पर अनियमितता पाई जाती है, तो संबंधित अधिकारियों पर तुरंत अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी और इसकी जानकारी कृषि आयुक्तालय को भेजी जाएगी।
पीएम फसल बीमा और कुसुम योजना की प्रगति पर चर्चा
बैठक में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत क्रॉप कटिंग प्रयोगों को ऐप के माध्यम से सुनिश्चित करने की बात कही गई। इसके अलावा, पीएम कुसुम योजना सहित अन्य योजनाओं में लक्ष्यों को समयबद्ध तरीके से पूरा करने के लिए जिला स्तरीय अधिकारियों को पाबंद किया गया।
मधुमक्खी पालन केंद्र और विदेश प्रशिक्षण की पहल
संयुक्त निदेशक उद्यान ने बताया कि भरतपुर में मधुमक्खी पालन उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने के लिए 9.86 हेक्टेयर भूमि का चयन किया गया है, जिसका प्रस्ताव राजस्व विभाग को भेजा गया है। साथ ही, इजरायल और अन्य देशों में प्रशिक्षण के लिए 12 किसानों का चयन किया गया है।
इस बैठक में संभागीय अतिरिक्त निदेशक, संयुक्त निदेशक कृषि एवं उद्यानिकी, उप निदेशक उद्यान और अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
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