राजस्थान: कस्टम हायरिंग सेंटर स्थापना हेतु आवेदन आमंत्रित, मिलेगा 80% तक अनुदान और बैंक ऋण की सुविधा
24 अगस्त 2025, जयपुर: राजस्थान: कस्टम हायरिंग सेंटर स्थापना हेतु आवेदन आमंत्रित, मिलेगा 80% तक अनुदान और बैंक ऋण की सुविधा – राजस्थान कृषि विभाग की संयुक्त निदेशक डॉ. सतीश शर्मा की अध्यक्षता में वर्ष 2025-26 में कस्टम हायरिंग सेंटर की स्थापना के लिए विचार-विमर्श हेतु शुक्रवार को बैठक हुई। इस बैठक में कृषि विभाग, सहकारिता विभाग, राजीविका, कृषक उत्पादक संगठन आदि के प्रतिनिधि शामिल हुए।
डॉ. शर्मा ने कस्टम हायरिंग सेंटर की स्थापना के नए दिशा निर्देशों के बारे में विस्तार से बताया। इस वर्ष कस्टम हायरिंग सेंटर के लिए क्रय विक्रय सहकारी समिति, ग्राम सेवा सहकारी समिति, कृषक उत्पादक संगठन, और आजीविका के क्लस्टर लेवल फेडरेशन से आवेदन मांगे जाएंगे। सभी दस्तावेजों की जांच के बाद उन्हें कृषि आयुक्तालय को भेजा जाएगा।
अनुदान और वित्तीय सहायता
कृषि अनुसंधान अधिकारी जगजीत सिंह संधू ने बताया कि सहकारी समितियों, क्लस्टर लेवल फेडरेशन और कृषक उत्पादक संगठनों को कस्टम हायरिंग सेंटर स्थापित करने के लिए अनुमानित परियोजना लागत 30 लाख रुपए तक पर अधिकतम 80 प्रतिशत तक (24 लाख रुपए तक) का अनुदान मिलेगा। यह अनुदान क्रेडिट लिंक्ड बैंक एडेड योजना के तहत दिया जाएगा। उन्होंने कृषि यंत्रों के चयन और निर्माता फर्मों के बारे में भी जानकारी दी।
बैंक ऋण और बुकिंग प्रक्रिया
श्रीगंगानगर केंद्रीय सहकारी बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर संजय गर्ग ने बताया कि कस्टम हायरिंग सेंटर की स्थापना के लिए बैंक ऋण भी उपलब्ध होगा, जो अनुदान के साथ मिलेगा। उन्होंने जिले में सहकारिता विभाग द्वारा संचालित कस्टम हायरिंग सेंटरों के बारे में भी जानकारी साझा की। कृषि विभाग द्वारा कृषि यंत्रों की बुकिंग के लिए ‘राज किसान एप’ का उपयोग किया जा रहा है।
इस अवसर पर दीपक कुक्कड़, विकास चौधरी, श्रीमती पारस कवर, कृषक उत्पादक संगठनों और क्लस्टर लेवल फेडरेशन के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।
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