पंजाब सरकार का बड़ा ऐलान: बाढ़ पीड़ित किसानों को मुफ्त मिलेगा 2 लाख क्विंटल गेहूं का बीज
26 सितम्बर 2025, भोपाल: पंजाब सरकार का बड़ा ऐलान: बाढ़ पीड़ित किसानों को मुफ्त मिलेगा 2 लाख क्विंटल गेहूं का बीज – पंजाब सरकार ने हाल ही में आई बाढ़ से प्रभावित किसानों के लिए बड़ी राहत योजना की घोषणा की है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बताया कि जिन किसानों की फसलें बाढ़ में बर्बाद हुई हैं, उन्हें सरकार 74 करोड़ रुपये की लागत से खरीदे गए दो लाख क्विंटल गेहूं के बीज मुफ्त उपलब्ध कराएगी। यह बीज किसानों को आने वाले रबी सीजन की बुआई के लिए दिया जाएगा, ताकि वे खेती की शुरुआत बिना किसी अतिरिक्त आर्थिक बोझ के कर सकें।
उन्होंने यह भी बताया कि बाढ़ से पंजाब के 2,300 से अधिक गांव जलमग्न हो गए थे और लगभग 20 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। शुरुआती आकलन के अनुसार इस प्राकृतिक आपदा से लगभग 13,800 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है, जिसमें खेती का बड़ा हिस्सा प्रभावित हुआ है। लगभग पांच लाख एकड़ में खड़ी फसलें पूरी तरह से चौपट हो गई हैं। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने राज्य के मेहनतकश किसानों को देश के खाद्यान्न उत्पादन की रीढ़ बताया और कहा कि इस कठिन घड़ी में सरकार पूरी तरह से किसानों के साथ खड़ी है और उनकी हर संभव मदद करेगी।
पीएम मोदी और कृषि मंत्री शिवराज कर चुके दौरा
केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और खेत-खेत जाकर फसलों को हुए नुकसान का जायजा लिया। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश और पंजाब में बाढ़ की स्थिति का अवलोकन किया और राहत पैकेज की घोषणा की। हालांकि, पंजाब सरकार ने केंद्र के इस राहत पैकेज को कमतर बताया और केंद्र से अधिक आर्थिक सहायता की मांग की है।
बाढ़ के बाद कई क्षेत्रों में खेतों में गाद जम गई है, जिससे किसानों को अपनी जमीन साफ करने में महीनों लग सकते हैं। यह समस्या रबी सीजन की बुआई को भी प्रभावित कर सकती है, जिससे खेती की कुल पैदावार में कमी आने का खतरा है।
पंजाब में पिछले 25 सालों में हुई सबसे ज्यादा बारिश
पंजाब और हरियाणा में बाढ़ के बाद अब दक्षिण-पश्चिम मॉनसून धीरे-धीरे पीछे हट रहा है। मौसम विभाग ने अगले पांच-छह दिनों तक पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में मुख्यतः शुष्क मौसम रहने की संभावना जताई है। अगस्त महीने में पंजाब में रिकॉर्ड 253.7 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य से 74 प्रतिशत अधिक है और पिछले 25 वर्षों में सबसे ज्यादा है। हरियाणा में भी अगस्त में औसतन 147.7 मिमी के मुकाबले 194.5 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो 32 प्रतिशत अधिक है।
इस बाढ़ की वजह से पंजाब में 57 लोगों की मौत हुई और हजारों एकड़ में फसलें बर्बाद हो गईं। हरियाणा के कई हिस्सों में भी जलभराव और फसल नुकसान देखने को मिला। साथ ही, तापमान सामान्य से ऊपर बना हुआ है, जिससे उमस और गर्मी की समस्या बनी हुई है। मौसम विभाग ने लोगों को उमस और गर्मी के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी है।
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