राज्य कृषि समाचार (State News)

मध्यप्रदेश में उद्यानिकी से किसानों की आय बढ़ाने की तैयारी: रकबा और उत्पादन में तेजी से वृद्धि

29 नवंबर 2024, भोपाल: मध्यप्रदेश में उद्यानिकी से किसानों की आय बढ़ाने की तैयारी: रकबा और उत्पादन में तेजी से वृद्धि –  मध्यप्रदेश में किसानों की आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में उद्यानिकी का महत्वपूर्ण योगदान देखा जा रहा है। राज्य में उद्यानिकी फसलों के रकबे और उत्पादन में तेजी से वृद्धि हो रही है। इसके साथ ही खाद्य प्र-संस्करण और आधुनिक तकनीकों के उपयोग से किसानों की आय बढ़ाने के प्रयास जारी हैं। प्रदेश के उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण मंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाहा ने कहा कि “प्रदेश की कृषि विविधता और रणनीतिक प्रयासों ने किसानों के जीवन स्तर को सुधारने में अहम भूमिका निभाई है।”

उद्यानिकी क्षेत्र में तेजी से बढ़ता रकबा और उत्पादन

मध्यप्रदेश में उद्यानिकी फसलों का रकबा 2019-20 के 21.75 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 2023-24 में 26.51 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया है। यह 23.72% की वृद्धि दर्शाता है। इसी तरह, उत्पादन भी 27% बढ़कर 404.24 लाख मीट्रिक टन तक पहुंच गया है। यह उपलब्धि प्रदेश सरकार की योजनाओं और किसानों के बढ़ते रुझान का नतीजा है।

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प्रदेश सरकार द्वारा किसानों को खाद्य प्र-संस्करण इकाइयों और कोल्ड स्टोरेज स्थापित करने के लिए अनुदान प्रदान किया जा रहा है। 2023-24 तक राज्य में 183 कोल्ड स्टोरेज स्थापित किए गए, जिनकी कुल भंडारण क्षमता 8.05 लाख मीट्रिक टन है। प्याज भंडारण के लिए 66,500 मीट्रिक टन भंडारण क्षमता विकसित की गई है।

खाद्य प्र-संस्करण के क्षेत्र में मध्यप्रदेश ने 8.3% की औसत वार्षिक वृद्धि दर हासिल की है। इसका उद्देश्य किसानों को उनके उत्पादों का बेहतर मूल्य दिलाना और कृषि आधारित उद्योगों को प्रोत्साहित करना है।

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तकनीकी सुधार और नई योजनाएं

प्रदेश में सूक्ष्म सिंचाई को बढ़ावा देने के लिए ड्रिप और स्प्रिंकलर तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। 2024-25 के लिए ‘ड्रॉप मोर क्रॉप’ योजना सहित अन्य योजनाओं के तहत 528.91 करोड़ रुपये की कार्ययोजना स्वीकृत की गई है। इसके साथ ही, मुरैना में सब्जियों, छिंदवाड़ा में नींबूवर्गीय फसलों और हरदा में आम के लिए उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादन केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं।

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ई-नर्सरी पोर्टल की शुरुआत

उद्यानिकी विभाग ने किसानों की सुविधा के लिए ई-नर्सरी पोर्टल लॉन्च किया है। इस पोर्टल पर 300 से अधिक नर्सरियों की जानकारी उपलब्ध है, जिससे किसान घर बैठे पौधे खरीद सकते हैं। यह पहल किसानों को बेहतर गुणवत्ता वाले पौधे उपलब्ध कराने के लिए शुरू की गई है।

मध्यप्रदेश के 16 बागवानी उत्पादों को जी.आई. टैग के लिए पंजीकृत किया गया है। इनमें संतरा, धनिया, औषधीय पौधे और सुगंधीय पौधे शामिल हैं। यह कदम राज्य के उत्पादों को वैश्विक बाजार में पहचान दिलाने के लिए उठाया गया है।

उद्यानिकी क्षेत्र में राष्ट्रीय पुरस्कार

मध्यप्रदेश उद्यानिकी विभाग को 2024 में अंतर्राष्ट्रीय एग्री एवं हार्टी एक्सपो में “सर्वश्रेष्ठ बागवानी प्रथाओं” के लिए प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके अलावा, राष्ट्रीय स्तर पर स्कॉच अवार्ड और ‘नेशनल ओडीओपी अवॉर्ड’ जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कार भी विभाग को प्राप्त हुए हैं।

उद्यानिकी विभाग उत्पादन से लेकर विपणन तक हर स्तर पर किसानों को सहयोग प्रदान कर रहा है। तकनीकी और वित्तीय समर्थन, खाद्य प्र-संस्करण के साधनों में सुधार और आधुनिक तकनीकों का उपयोग इस दिशा में मुख्य कदम हैं।

मंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाहा ने कहा, “मध्यप्रदेश सरकार किसानों की आय बढ़ाने और कृषि क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। उद्यानिकी और खाद्य प्र-संस्करण विभाग इस दिशा में किसानों के साथ मिलकर काम कर रहा है।”

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