भोपाल संभाग में रबी फसलों के उपार्जन की तैयारियां प्रारंभ
15 फरवरी तक व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दें – श्री कियावत
17 दिसम्बर 2020, भोपाल। भोपाल संभाग में रबी फसलों के उपार्जन की तैयारियां प्रारंभ – संभागायुक्त श्री कवीन्द्र कियावत ने संभाग में वर्ष 2021-22 में रबी फसलों के उपार्जन में सुचारू व्यवस्था स्थापित करने के लिए जिलों में तैयारियां प्रारंभ करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इस दौरान संभावित उत्पादन के साथ ही भंडारण क्षमता का आकलन भी किया। श्री कियावत ने कहा कि सभी खरीदी केन्द्रों पर मनरेगा योजना के अंतर्गत खरीदी कार्य के लिए प्लेटफार्म का निर्माण सुनिश्चित करें। यथा संभव यह प्लेटफार्म वर्तमान भवन के बाजू में बनाए जाएं किंतु यदि कहीं स्थान उपलब्ध नहीं हो तो उसे खरीदी केन्द्र की संस्था वाले भवन के सामने की ओर इस प्रकार से तैयार किया जाए कि मुख्य भवन और बनाए जाने वाले प्लेटफार्म के बीच में कोई गेप नहीं रहे तथा भविष्य में यह प्लेटफार्म ग्राम चौपाल और अन्य गतिविधियों के लिए उपयोग में लाया जा सके।खरीदी कार्य के लिए प्लेटफार्म निर्माण के समय इस तथ्य को भी ध्यान में रखा जाए कि यदि भविष्य में उस प्लेटफार्म पर अथवा उस स्थान पर गोदाम निर्माण का कार्य किया जाए तो इस प्लेटफार्म का उपयोग उचित प्रकार से किया जा सके। प्रत्येक संस्था में उपलब्ध नापतौल की मशीनों की सर्विसिंग, मरम्मत एवं नापतौल विभाग के प्रमाणीकरण का कार्य 15 जनवरी 2021 के पूर्व करवा लिया जाए।
श्री कियावत ने निर्देश दिए कि प्रत्येक खरीदी केन्द्र के स्थल पर साफ सुथरे शौचालय की व्यवस्था सुनिश्चित करें। यदि किसी खरीदी केन्द्र पर स्वच्छ शौचालय अथवा भवन से लगे हुए शौचालय नहीं हो तो मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत को यह सुनिश्चित करें कि वे इन कन्द्रों पर स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत जनसुविधा के लिए शौचालय का निर्माण करायें। संभागायुक्त ने कहा कि गत वर्षों में यह अनुभव रहा है कि कुछ खरीदी केन्द्र मुख्य मार्ग से हटकर खेतों में तुलाई का कार्य करते हैं ऐसी स्थिति में खरीदी केन्द्र तक पहुँचने वाले मार्ग में असामयिक वर्षा तथा पानी के जमाव के कारण किसानों को भारी कठिनाई होती है, ऐसी स्थिति में स्थानीय आवश्यकता के अनुरूप खरीदी केन्द्र तक पहुँचने के लिए सड़क बनाए जाने की आवश्यकता हो तो यह कार्य मनरेगा की उपयोजना खेत-सड़क संपर्क योजना के अंतर्गत सड़क निर्माण की कार्यवाही कर यह सुनिश्चित किया जाए कि यह कार्य 31 जनवरी 2021 तक अनिवार्य रूप से पूर्ण हो जाए ताकि खरीदी के दौरान किसानों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो। श्री कियावत ने निर्देश दिए कि सभी खरीदी केन्द्रों पर बारदानों की सिलाई के लिए जो मशीनें उपलबध हैं, उन सभी मशीनों की मरम्मत एवं सुधार कार्य भी करवा लिया जाए ताकि खरीदी के दौरान सभी उपलबध मशीनों का प्रभावी रूप से उपयोग हो सके।
महत्वपूर्ण खबर : कपास का अधिकतम भाव 5725, औसत भाव 4700 रहा