बालाघाट में मखाना खेती की तैयारी
दरभंगा में 20 कृषकों ने सीखी तकनीक
- (प्रकाश दुबे)
4 अप्रैल 2023, बालाघाट । बालाघाट में मखाना खेती की तैयारी – चिन्नोर चावल को मिले जी आई टैग से विश्व में पहचान बनाने बाले चिन्नोर चावल के बाद जिले के कृषक मखाने की खेती में भविष्य देखने ग्यारह सौ किमी दूर बिहार के दरभंगा स्थित मखाना अनुसंधान केंद्र पहुंचे। बालाघाट क्षेत्र के धान खेतों की संरचना जैसे खेतों में मखाने का उत्पादन लिया जा सकता है यहां की मिट्टी, जलवायु मखाना उत्पादन के लिए अनुकूल है। परियोजना संचालक आत्मा समिति एवं कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण बालाघाट के माध्यम से 20 कृषकों के दल ने 3 दिनों तक अनुसंधान केंद्र में प्रशिक्षण लेकर इसके उत्पादन की तकनीक समझी। केंद्र ने प्रत्येक कृषकों को 2-2 किलोग्राम बीज अनुसंधान केंद्र से उपहार देकर कृषकों का हौसला बढ़ाया। बीज को इस वर्ष कृषकों ने अपने खेतों में भी लगाया है। मध्यप्रदेश के कृषकों को मखाना अनुसंधान केंद्र के डॉ. मनोज कुमार, उद्यान विभाग की सहायक निदेशक डॉ. आभा कुमारी, अनुसंधान केंद्र के प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. आई.एस., सिंह लनामिवि की डॉ. अपराजिता कुमारी, डॉ. मो. मोनोब्रुल्लाह एवं राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित मखाना उत्पादक कृषक श्री धीरेंद्र कुमार ने मखाना उत्पादन, प्रसंस्करण आदि की आधुनिक तकनीकों से प्रशिक्षित किया।
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