PAU का प्रशिक्षण शिविर: किसानों को यूरिया उपयोग और फल मक्खी जाल की दी गई ट्रेनिंग
08 जुलाई 2025, पंजाब: PAU का प्रशिक्षण शिविर: किसानों को यूरिया उपयोग और फल मक्खी जाल की दी गई ट्रेनिंग – एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी (PAU), लुधियाना के निर्देश पर फार्म एडवाइजरी सर्विस सेंटर, संगरूर द्वारा मटरां गांव में किसानों के लिए जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को धान और बासमती की फसल में यूरिया के सही उपयोग की जानकारी दी। साथ ही, फल मक्खी से बचाव के लिए पीएयू द्वारा विकसित जाल की स्थापना के तरीके भी बताए।
इस दौरान, केंद्र प्रभारी और जिला विस्तार वैज्ञानिक (मृदा विज्ञान) डॉ. अशोक कुमार ने किसानों को धान की विभिन्न विकास अवस्थाओं जैसे कि शुरुआती टिलरिंग, मध्यम टिलरिंग, पैनिकल इनीशिएशन, बूटिंग और दाना विकास चरणों पर यूरिया का सही तरीके से छिड़काव करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि उर्वरक को टुकड़ों में देने से नाइट्रोजन उपयोग क्षमता (NUE) बेहतर होती है और उत्पादन भी बढ़ता है। डॉ. कुमार ने किसानों से आग्रह किया कि PR 126 धान की किस्म को 15 जुलाई से पहले रोपित करें, ताकि अधिक उपज और बेहतर बाजार उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके।
कीट व पोषक तत्वों की जानकारी
शिविर में किसानों को जिंक की कमी, लीफ फोल्डर व एफिड जैसे कीटों की पहचान और नियंत्रण के बारे में भी जागरूक किया गया। वैज्ञानिकों ने बताया कि पीएयू द्वारा विकसित “फ्रूट फ्लाई ट्रैप” गुआवा जैसे फलों को नुकसान से बचाने में मददगार है। इसे कैसे लगाना है, इसके फायदे और सावधानियों की भी जानकारी दी गई।
प्रदर्शनी और बिक्री भी हुई
शिविर में खनिज मिश्रण, बायपास फैट, UMMB ब्लॉक, PAU साहित्य, और फल मक्खी जाल की प्रदर्शनी लगाई गई। किसानों को यह सामग्री मौके पर बिक्री के लिए भी उपलब्ध कराई गई। इसके अतिरिक्त, गांव के सरपंच श्री जसपाल सिंह के किचन गार्डन का दौरा किया गया और वहां अमरूद के पेड़ों पर फल मक्खी जाल लगाने का प्रत्यक्ष प्रदर्शन भी किया गया।
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