‘आत्मा’ के तहत खेत पाठशाला का आयोजन किया
12 जनवरी 2023, देवास: ‘आत्मा’ के तहत खेत पाठशाला का आयोजन किया – कृषि विकासखण्ड देवास के अंतर्गत ग्राम जिवाजीपुरा में कृषि विस्तार सुधार कार्यक्रम (आत्मा) के तहत खेत पाठशाला का आयोजन किया गया। जिसमें प्राकृतिक खेती पर किसानो को प्रशिक्षण दिया गया। खेत पाठशाला कार्यक्रम में परियोजना संचालक आत्मा श्रीमती नीलम सिंह चौहान ने कहा कि जीरो बजट प्राकृतिक खेती देशी गाय के गोबर और गोमूत्र पर आधारित है। प्राकृतिक खेती में जीवामृत, घन जीवामृत और बीजामृत का प्रयोग किया जाता है। प्राकृतिक खेती पूर्णतया रासायनिक उर्वरक, दवाई एवं कीटनाशकों से मुक्त है।
कृषि विज्ञान केन्द्र देवास की वैज्ञानिक श्रीमती अंकिता पाण्डेय ने किसानो को प्राकृतिक खेती के संबंध में जानकारी दी। इसी संस्था के वैज्ञानिक डॉ. के.एस. भार्गव ने रबी में गेहूं एवं चने की किस्मों एवं समसामयिक रोग कीटों के निदान के संबंध में बताया। उन्होंने बताया कि एक एकड़ में जीवामृत बनाने के लिये देशी गाय का गोबर 10 किलोग्राम, देशी गाय का मूत्र 10 लीटर, गुड़ व बेसन 1-2 किलो एवं बरगद या पीपल के पेड़ के नीचे की मिट्ठी एक किलोग्राम को 200 लीटर पानी में तैयार किया जाता है। जीवामृत 6 से 7 दिनों में तैयार हो जाता है। जीवामृत को मृदा में डालने से मृदा में जीवाणुओ की संख्या में वृद्धि होती है तथा मिट्टी में पोषक तत्वों की उपलब्धता बढ़ती है। उप परियोजना संचालक आत्मा श्री एम. एल. सोलंकी ने प्राकृतिक कीट नियंत्रण की जानकारी दी। जिसमें नीमास्त्र, ब्रम्हास्त्र, पांच पत्ती काढ़ा आदि को बनाने की विधियों एवं उपयोग करने की जानकारी दी। विकासखण्ड तकनीकी प्रबंधक देवास श्री रोहित यादव द्वारा किसानों को प्राकृतिक खेती करने एवं अपना पंजीयन पोर्टल पर करने का अनुरोध किया गया ।
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