डीएपी से बेहतर है एनपीके खाद- कृषि विभाग श्योपुर
18 जून 2024, श्योपुर: डीएपी से बेहतर है एनपीके खाद- कृषि विभाग श्योपुर – खरीफ सीजन-2024 के लिए किसानों द्वारा उर्वरकों का अग्रिम उठाव किया जा रहा है। कृषि विभाग द्वारा किसानों से अपील की गई है कि डीएपी के स्थान पर एनपीके खाद बेहतर विकल्प है।
एनपीके 12ः32ः16 और 16ः16ः16 उर्वरकों से फसलों में मुख्य पोषक तत्व नत्रजन, फास्फोरस एवं पोटाश तत्व की पूर्ति होती है। उसी प्रकार 20ः20ः0ः13 से नाइट्रोजन, फास्फोरस एवं सल्फर की पूर्ति होती है। डीएपी से केवल दो तत्व नत्रजन एवं फास्फोरस ही मिलते हैं। डीएपी से पोटाश तत्व की पूर्ति नहीं होती है। इसके अलावा सिंगल सुपर फास्फेट जिसमें 16 प्रतिशत फास्फोरस, 12 प्रतिशत सल्फर एवं 21 प्रतिशत कैल्शियम पाया जाता है। इसके उपयोग से फसलों के उत्पादन में वृद्धि होती है। तिलहन फसलों में सल्फर से तेल की मात्रा बढ़ती है। जिले में खरीफ 2024 में मुख्य फसल धान, बाजरा, तिल, उड़द एवं सोयाबीन है। इसके लिए एनपीके उर्वरक का उपयोग किसान करें।
किसान , ध्यान रखें कि कम से कम 4 इंच वर्षा होने के बाद ही खरीफ फसलों की बुवाई करें। बुवाई करने से पहले बीजों को फफूंदी नाशक दवा कार्बनडाजिम 3 ग्राम दवा एक किलोग्राम बीज के मान से बीज उपचार करें। जिससे बीज जनित बीमारियों से बचाव हो सके।