राज्य कृषि समाचार (State News)

प्राकृतिक एवं सूरजमुखी की खेती को बढ़ावा दिया जाये : श्री खोबरागढ़े

वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक सम्पन्न

14 सितम्बर 2022, बालाघाट प्राकृतिक एवं सूरजमुखी की खेती को बढ़ावा दिया जाये : श्री खोबरागढ़े – राणा हनुमान सिंह कृषि विज्ञान केन्द्र, बालाघाट में वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक सम्पन्न हुई। वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक में ज.ने.कृ.वि.वि., जबलपुर के प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. टी.आर. शर्मा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। इस बैठक में उपसंचालक कृषि बालाघाट श्री राजेश खोबरागढ़े, पशुपालन विभाग बालाघाट डॉ. अतुलकर, परियोजना संचालक आत्मा श्रीमती अर्चना डोंगरे एवं जिले के प्रगतिशील किसान श्री चन्द्रशेखर बघेले, श्री लक्ष्मीनारायण झंझाड़े, श्रीमती अंर्चना अरविन्द्र सारंगपुरे आदि उपस्थित रहे। कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. आर.एल.राऊत द्वारा विगत वर्ष 2021 में केन्द्र द्वारा किये गये कार्यों का विवरण प्रस्तुत किया एवं आगामी खरीफ 2022 की कार्ययोजना का प्रस्तुतिकरण प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय से पधारे प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. डी.आर. शर्मा द्वारा प्राकृतिक कृषि प्रदर्शन इकाई का उद्घाटन किया गया एवं केन्द्र के विभिन्न प्रदर्शन ईकाईयों मशरूम स्पॉन, सिरोही नस्ल बकरी पालन, काटवल-स्पाईन गार्ड, अजोला उत्पादन, वर्मीकम्पोस्ट प्रदर्शन इकाई आदि भ्रमण जिले के विभाग के अधिकारियों के साथ किया।

बैठक में उपसंचालक कृषि बालाघाट श्री राजेश खोबरागढ़े ने कहा कि प्राकृतिक खेती से संबंधित गतिविधियों एवं प्रक्षेत्र में प्रदर्शन किया जाये, सूरजमुखी की खेती को बढ़ावा दिया जायें, यांत्रिकरण को बढ़ावा देने हेतु सुझाव दिया। पशुपालक विभाग से डॉ. अतुलकर द्वारा कृत्रिम गर्भाधान एवं टीकाकरण से संबंधित जानकारी एवं सुझाव दिया।

नाबार्ड बैंक जिला प्रबंधन श्री रोषन महाजन, डॉ. दत्ता बावनकर, वैज्ञानिक, रेषम पालन, उद्यानिकी विभाग के प्रतिनिधी, कृषि अभियांत्रिकी विभाग के प्रतिनिधी कृषि उपज मंडी से श्री मनोज पटले आदि ने कार्य योजना हेतु अपने सुझाव रखें। प्रगतिषील किसान श्री गाड़ेष्वर जी द्वारा मखाना प्रषिक्षण करवाने हेतु सुझाव दिया गया। प्रगतिषील किसान श्री झंझाड़े द्वारा प्राकृतिक खेती हेतु सुझाव दिया गया। एन.आर.एल.एम. से श्रीमति रष्मि द्वारा आवासीय प्रषिक्षण हेतु कृषक छात्रावास की व्यवस्था हेतु सझाव दिया गया। इस बैठक कार्यक्रम में केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ. एस.आर. धुवारे, डॉ. रमेष अमूले, श्री धमेन्द्र आगाषे, श्री जितेन्द्र नगपुरे एवं श्रीमति अन्नपुर्णा शर्मा उपस्थित रहें।

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