राज्य कृषि समाचार (State News)

नर्मदा संरक्षण और सिंचाई योजनाओं को मिलेगा केंद्र सरकार का भरपूर सहयोग: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

नर्मदा घाटी विकास विभाग की समीक्षा बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय

29 जून 2024, भोपाल: नर्मदा संरक्षण और सिंचाई योजनाओं को मिलेगा केंद्र सरकार का भरपूर सहयोग: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव – मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में मंत्रालय ने नर्मदा घाटी विकास विभाग के अंतर्गत नर्मदा नियंत्रण मंडल की गतिविधियों की समीक्षा की गई। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नर्मदा नदी के प्रमुख घाटों पर जल प्रवाह सुनिश्चित करने और प्रदेश में सिंचाई के साधनों के विस्तार पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार से जल संरक्षण और सिंचाई योजनाओं के लिए पर्याप्त सहयोग और धन राशि प्राप्त होगी।

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नर्मदा जी को देने का वक्त: मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ने कहा, “हमने नर्मदा जी से काफी कुछ लिया है, अब नर्मदा जी को कुछ लौटाने का समय है।” उन्होंने सभी सार्वजनिक घाटों को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए प्रशासनिक अमले और आमजन को सजग रहने का निर्देश दिया। नर्मदा किनारे के ग्रामीण भाइयों को परिवहन सुविधा प्रदान करने और वॉटर स्पोर्ट्स गतिविधियों को बढ़ावा देने के भी निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने नर्मदा नदी की डाउनस्ट्रीम स्थित तालाबों में पानी के अधिकतम उपयोग के प्रयास करने और यशवंत सागर सहित अन्य जलाशयों में जल उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने

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किसानों को सस्ती बिजली और जल विद्युत के नए स्रोत

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने किसानों को सस्ती बिजली उपलब्ध कराने के लिए जल विद्युत के नए स्रोत विकसित करने और वैकल्पिक ऊर्जा के स्रोतों का उपयोग करने पर जोर दिया। उन्होंने नर्मदा परिक्रमा करने वाले यात्रियों के लिए शेड आदि बनाने के निर्देश दिए और जन अभियान परिषद तथा अन्य स्वैच्छिक संगठनों से परिक्रमावासियों के लिए सुविधाओं के विकास के प्रयास करने को कहा।

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पम्प स्टोरेज प्रणाली से सस्ती बिजली का प्रयोग बढ़ाने और गांव के लोगों के लिए वाटर एम्बुलेंस संचालन के स्थान चिन्हित करने के भी निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने पर्यटन विकास की दृष्टि से योजनाओं को प्राथमिकता देने और नर्मदा घाटी से संबंधित जैव विविधता के शोध पर ध्यान देने का निर्देश दिया। उन्होंने मोती की खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने और जल पुलिस की व्यवस्था करने पर जोर दिया। ओंकारेश्वर की तरह अन्य स्थानों पर भी नवकरणीय ऊर्जा का उपयोग किया जाएगा और सोलर फ्लोटिंग प्लांट लगाने के स्थान चिन्हित किए जाएंगे।

बैठक में स्वीकृत परियोजनाओं के निकट भविष्य में लोकार्पण पर भी चर्चा हुई। नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण द्वारा प्रेजेंटेशन के माध्यम से क्रियान्वित योजनाओं की प्रगति की जानकारी दी गई। बैठक में बड़ादेव संयुक्त माइक्रो सिंचाई परियोजना, मां रेवा उद्वहन सिंचाई परियोजना, सोंडवा उद्वहन माइक्रो सिंचाई परियोजना, निवाली उद्वहन माइक्रो सिंचाई परियोजना, महेश्वर जानापाव उद्वहन माइक्रो सिंचाई परियोजना, सेंधवा उद्वहन माइक्रो सिंचाई परियोजना, धार उद्वहन माइक्रो सिंचाई परियोजना सहित अन्य परियोजनाओं के संबंध में चर्चा की गई।

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