मूंग का हर वर्ष बढ़ रहा रकबा
मध्य प्रदेश में तीसरी फसल
- अतुल सक्सेना
21 मार्च 2023, भोपाल । मूंग का हर वर्ष बढ़ रहा रकबा – मध्य प्रदेश में पिछले कुछ वर्षों से तीसरी फसल के रूप में जायद फसलों का रकबा वर्ष दर वर्ष बढऩे लगा है। इसमें मुख्य रूप से मूंग, मूंगफली, मक्का, उड़द एवं धान फसल ली जाती है। इसमें सबसे प्रमुख एवं किसानों को मुनाफा देने वाली फसल मूंग है जिसे जायद में सबसे अधिक क्षेत्र में प्रदेश के किसान अपनाने लगे हैं। चालू जायद वर्ष 2023 में लगभग 10 लाख 79 हजार हेक्टेयर में मूंग लेने का लक्ष्य रखा गया है। गत वर्ष जायद में 9.29 लाख हेक्टेयर में मूंग फसल ली गई थी तथा उत्पादन अनुमान 15 लाख मीट्रिक टन लगाया गया है। समर्थन मूल्य में बेहतर कीमत मिलने के कारण गत वर्ष किसानों को लाभ हुआ, इसे देखते हुए लक्ष्य में इस वर्ष 1.50 लाख हेक्टेयर की वृद्धि की गई है तथा किसान मूंग लगाने के प्रति उत्साहित भी हैं। कृषि विभाग ने जायद में मूंग सहित अन्य प्रमुख फसलों के लक्ष्य तय कर दिए हैं।
गर्मियों में मूंग की उन्नत खेती
मूंग का लक्ष्य
जानकारी के मुताबिक देश एवं प्रदेश में सबसे अधिक मूंग फसल लेने वाला होशंगाबाद जिला है। इस वर्ष यहां लगभग 2.95 लाख हेक्टेयर में मूंग लेने का लक्ष्य रखा गया है। दूसरे नम्बर पर रायसेन जिला है। यहां 1.60 लाख हेक्टेयर में मूंग ली जाएगी। तीसरे नम्बर पर हरदा जिला है यहां 1.40 लाख हेक्टेयर में मूंग ली जाएगी। इसी प्रकार नरसिंहपुर जिले में 1.15 लाख हेक्टेयर में मूंग लगाने का लक्ष्य है वहीं सीहोर जिले में 90 हजार, देवास 40 हजार, जबलपुर 65 हजार, सागर 24 हजार, खरगोन 25 एवं खंडवा जिले में 26 हजार 500 हेक्टेयर में मूंग लेने का लक्ष्य रखा गया है।
एमएसपी पर खरीदी
गत वर्ष प्रदेश में 2 लाख 25 हजार टन मूंग की खरीदी न्यूनतम समर्थन मूल्य 7275 रु. प्रति क्वि. पर की गई थी। इस वर्ष मूंग का एमएसपी 7755 रु. प्रति क्विं. रखा गया है। इसे देखते हुए किसान मूंग लगाने के प्रति आकर्षित हो रहे हैं। गत वर्ष 30 सितंबर तक मूंग खरीदी गई थी।
जायद की अन्य फसलों का रकबा
कृषि विभाग के मुताबिक प्रदेश में जायद की अन्य फसलें इस वर्ष जैसे- मूंगफली 9410 हेक्टेयर में, मक्का 19035 हेक्टेयर, उड़द 102345 हेक्टेयर एवं ग्रीष्मकालीन धान 22715 हेक्टेयर में लेने का लक्ष्य रखा गया है। 60 दिन की मूंग फसल किसानों के लिए काफी लाभदायक है। इससे कृषकों की आय में इजाफा होता है। यह तीसरी फसल के रूप में वर्षा के पूर्व किसान को आर्थिक राहत देती है।
देश में मूंग उत्पादन बढ़ा
केन्द्रीय कृषि मंत्रालय के मुताबिक मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा प्रमुख ग्रीष्मकालीन मूंग उत्पादक राज्य हैं। वर्ष 2022-23 में कृषि मंत्रालय के दूसरे अग्रिम उत्पादन अनुमान के मुताबिक लगभग 35.45 लाख टन उत्पादन होने की संभावना है।
इसके पूर्व वर्ष 2021-22 में 31.66 लाख टन मूंग का उत्पादन हुआ था। केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने लोकसभा में भी बताया कि दलहन में आत्मनिर्भरता के लिए सघन प्रयास किए जा रहे हैं जिससे आयात में कमी आ रही है। उन्होंने बताया कि कुल दलहन उत्पादन 2018-19 के 220.76 लाख टन से बढक़र 2022-23 में दूसरे अग्रिम अनुमान के मुताबिक 278.10 लाख टन हो गया है। श्री तोमर ने बाताया कि कृषि विभाग द्वारा देश भर के चिन्हित जिलों में एनएफएसएम कार्यक्रम के तहत दलहन उत्पादन बढ़ाया जा रहा है।
मध्य प्रदेश में मूंग के टॉप 10 जिले
जिला | क्षेत्र (हे. में) | |
होशंगाबाद | 295000 | |
रायसेन | 160000 | |
हरदा | 140000 | |
नरसिंहपुर | 115000 | |
सीहोर | 90000 | |
जबलपुर | 65000 | |
देवास | 40800 | |
खंडवा | 26500 | |
खरगोन | 25000 | |
सागर | 24550 |
महत्वपूर्ण खबर: गेहूं की फसल को चूहों से बचाने के उपाय बतायें
प्राकृतिक जायद मूंग फसल में मिट्टी बनी सहारा