राज्य कृषि समाचार (State News)

मनरेगा से बदली सीहोर की किस्मत, किसानों को मिल रहा सिंचाई का सहारा

10 मई 2025, भोपाल: मनरेगा से बदली सीहोर की किस्मत, किसानों को मिल रहा सिंचाई का सहारा –  मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में खेत-तालाब निर्माण के कार्य ने गति पकड़ी है. इस वर्ष जिले में 687 से अधिक खेत-तालाबों पर काम शुरू हो चुका है, जो बारिश के पानी के संचयन और सिंचाई सुविधाओं को बढ़ाने में मददगार साबित हो सकता है. जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत यह पहल प्रदेश के कई जिलों में चल रही है, जिसमें मनरेगा के अंतर्गत खेत-तालाब, कूप रिचार्ज पिट और अमृत सरोवर जैसे निर्माण कार्य शामिल हैं.

सीहोर जिले ने खेत-तालाब निर्माण में उल्लेखनीय प्रगति दिखाई है. जिला प्रशासन ने 1670 खेत-तालाब बनाने का लक्ष्य रखा है, जिसमें से 687 पर काम शुरू हो चुका है. इसके अलावा, 2600 कूप रिचार्ज पिट के निर्माण का लक्ष्य है, जिसमें से 1440 पर कार्य प्रगति पर है. मध्यप्रदेश राज्य रोजगार गारंटी परिषद इन कार्यों की नियमित निगरानी कर रही है.

किसानों की जागरूकता से बदली तस्वीर

जिला प्रशासन ने ग्रामीणों को खेत-तालाब के महत्व के बारे में जागरूक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. ग्रामीणों ने पानी संरक्षण के महत्व को समझते हुए इस पहल में रुचि दिखाई. खेत-तालाबों के निर्माण से न केवल सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता बढ़ेगी, बल्कि भूजल स्तर में भी सुधार होगा. इससे कुओं और ट्यूबवेल का जलस्तर बढ़ने की उम्मीद है, जो किसानों के लिए फायदेमंद हो सकता है.

सीहोर की इछावर जनपद पंचायत के बालापुरा गांव के किसान पीयूष, बापू सिंह, हजारी लाल और रामप्रसाद ने बताया कि उनकी जमीन पथरीली और बंजर थी, जहां सिंचाई की सुविधा नहीं थी. खेत-तालाब बनने से अब वे दो से तीन बार फसलों की सिंचाई कर पाएंगे. इसके साथ ही मत्स्य पालन जैसे अतिरिक्त कार्य भी शुरू कर सकेंगे. ग्राम पंचायत हालियाखेड़ी में अब तक 7 खेत-तालाब बन चुके हैं, जबकि 5 पर काम जारी है.

सिपरी सॉफ्टवेयर बना सहारा

खेत-तालाब निर्माण में सिपरी (Software for Identification and Planning of Rural Infrastructure) सॉफ्टवेयर ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. यह सॉफ्टवेयर जियोमार्फोलॉजी और हाइड्रोलॉजी जैसी तकनीकों का उपयोग कर निर्माण स्थलों का चयन करने में मदद करता है. मध्यप्रदेश राज्य रोजगार गारंटी परिषद द्वारा विकसित इस सॉफ्टवेयर ने कार्य की गति और सटीकता को बढ़ाया है.

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