मप्र सीड एसोसिएशन का ख़त कृषि संचालक के नाम
बीटी कपास बीजों के लिए मांगी विक्रय अनुमति
24 मार्च 2022, खरगोन । मप्र सीड एसोसिएशन का ख़त कृषि संचालक के नाम – सीड एसोसिएशन ऑफ़ एमपी के संचालक (तकनीकी ) ने हाल ही में संचालक कृषि ,किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग ,मप्र भोपाल को पत्र लिखकर वर्ष 2022 -23 के लिए बीटी कपास बीजों ,पुरानी किस्मों के नवीनीकरण /विक्रय स्वीकृति और नई किस्मों की विक्रय अनुमति मांगी है।
उक्त पत्र में सीड एसोसिएशन ऑफ़ एमपी के संचालक (तकनीकी ) श्री एस सी पारीख ने लिखा है कि कृषि विभाग द्वारा बीटी कपास की नई किस्मों की अनुमति कृषि अनुसन्धान केंद्र खंडवा /इंदौर से परीक्षण परिणाम आने के बाद दी जाती है। जहां मप्र में कंपनियों के बीटी कपास की गत वर्षों से बेची जा रही किस्मों का नवीनीकरण हर वर्ष किया जाता है , वहीं महाराष्ट्र और गुजरात राज्यों में तीन वर्षों में किया जाता है। लेकिन वर्तमान में दोनों प्रकार की अनुमतियाँ एक साथ दी जा रही है। इस कारण बीटी कपास बीजों की उपलब्धता किसानों की मांग अनुसार समय पर नहीं हो रही है। गत वर्ष भी नई और पिछले वर्षों की किस्मों की विक्रय अनुमति एक साथ 6 मई 2021 को जारी गई थी। बीटी कपास बीजों की उपलब्धता में देरी होने से किसान अन्य स्रोतों से बिना गुणवत्ता वाला बीज खरीदकर बोनी करता है, जिससे फसल की गुणवत्ता और उत्पादन दोनों प्रभावित होते हैं। इसका कारण यह है कि नई बीटी कपास किस्मों के परीक्षण परिणाम आने में अधिक समय लगने से बिक्री अनुमति में देरी संभावित है। नई किस्मों के परीक्षण परिणामों के आने तक गत वर्षों की किस्मों का नवीनीकरण /विक्रय अनुमति को रोकना अव्यवहारिक और किसान हित में नहीं है।
मप्र बीज एसोसिएशन ने बीटी बीज उत्पादक कंपनियों की परेशानी का जिक्र करते हुए लिखा है कि अन्य प्रांतों में स्थित अपने प्लांट से प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्रों तक बीज उपलब्ध कराने में 20 -25 दिन लग जाते हैं। ऐसे में यदि समय से नवीनीकरण /विक्रय की अनुमति मिल जाती है, तो किसानों को बोनी समय के पूर्व उनकी मांग अनुसार बीटी बीज उपलब्ध हो सकेगा और उन्हें भटकना भी नहीं पड़ेगा। इससे अवैध और अमानक कपास बीज की बिक्री पर रोक लगेगी। अतीत में भी अनुमति में विलम्ब होने से किसानों को समय पर उनकी मांग अनुसार बीज की आपूर्ति नहीं हो पाई थी। इसलिए पत्र में जिन बीटी कपास की किस्मों की पिछले वर्षों की अनुमति मिली हुई है , उनके नवीनीकरण की कार्रवाई अतिशीघ्र कर किसानों के हित में गत वर्षों की अनुमति प्राप्त बीटी किस्मों की विक्रय अनुमति 10 अप्रैल 2022 तक और नई बीटी किस्मों की विक्रय अनुमति 25 अप्रैल 2022 तक बीटी कपास बीज कंपनियों को जारी करने की मांग की गई है।
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