जानिये ‘जीवामृत‘ बनाने की विधि
23 जनवरी 2023, बुरहानपुर: जानिये ‘जीवामृत‘ बनाने की विधि – खरगोन जिले के कृषकगणों को परियोजना संचालक आत्मा के द्वारा प्राकृतिक खेती/जैविक खेती के फायदे बताये जा रहे हैं । कृषकों में प्राकृतिक खेती के प्रति जन-जागरूकता लाई जा रही है। आत्मा के माध्यम से कृषकगणों को विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण, प्रशिक्षण, संगोष्ठियां इत्यादि विभिन्न गतिविधियों के द्वारा जैविक खेती करने के लिये प्रोत्साहित किया जा रहा है।
किसान कल्याण एवं कृषि विकास परियोजना संचालक आत्मा के तकनीकी प्रबंधक ने कृषकों को बताया कि जीवामृत बड़े ही सरल तरीके से तैयार किया जा सकता है। इसके लिये गौमूत्र, गाय का गोबर, बड़ के पेड़ के नीचे की मिट्टी, बेसन, पानी तथा एक ड्रम की आवश्यकता होती है। उन्होंने जीवामृत बनाने की प्रकिया समझाते हुए कहा कि, सबसे पहले 10 किलोग्राम गाय का गोबर, 10 लीटर गौमूत्र, बड़ के पेड़ के नीचे की मिट्टी, 1 किलो बेसन, 1 किलो गुड़ ले लें और इसे एक ड्रम में डाल डाल दें जिसमें आवश्यकतानुसार पानी भरा हुआ हो। उसके पश्चात ड्रम में डाली गई सामग्री को छड़ की सहायता से घड़ी के सुई की दिशा में घुमाएं । यह प्रकिया सुबह-शाम कम से कम 6-7 दिन तक लगातार करें , जिससे ड्रम में डाली गई पूरी सामग्री का एक मिश्रण पूर्ण रूप से तैयार हो जाए । इसके बाद तैयार किये गये इस जीवामृत का किसान अपने फसलों में पानी के साथ उपयोग कर सकते हैं ।ग्राम झिरी के कृषक श्री ईश्वर केथवास की तरह आप भी प्राकृतिक खेती को अपनाएं एवं अपने पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं ।
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