कृषि विज्ञान केन्द्र,पोकरण-पोषण वाटिका में मौसमी सब्जी लगाने पर प्रशिक्षण
29 जुलाई 2025, पोकरण: कृषि विज्ञान केन्द्र,पोकरण-पोषण वाटिका में मौसमी सब्जी लगाने पर प्रशिक्षण – कृषि विज्ञान केन्द्र पोकरण द्वारा भैंसड़ा ग्राम में “पोषण वाटिका में मौसमी सब्जी उत्पादन एवं प्रबंधन” विषय पर एक दिवसीय असंस्थागत प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में क्षेत्र की ग्रामीण महिलाओं को सब्जी उत्पादन के उन्नत तरीकों की जानकारी दी गई और खरीफ सब्जी बीज मिनीकिट का वितरण भी किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. दशरथ प्रसाद ने कहा कि वर्तमान समय में तेजी से बदलती जीवनशैली के बीच लोग अब प्राकृतिक और स्वस्थ विकल्पों की ओर बढ़ रहे हैं। ‘किचन गार्डन’ (पोषण वाटिका) न केवल रासायन-मुक्त ताजे भोजन का स्रोत है, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण और आत्मनिर्भरता की दिशा में भी एक सार्थक कदम है।
प्रसार वैज्ञानिक श्री सुनील शर्मा ने कहा कि किचन गार्डन के माध्यम से सब्जियां, फल एवं हर्ब्स को आसानी से घर के पास ही उगाया जा सकता है। इससे न केवल आर्थिक बचत होती है, बल्कि परिवार को पौष्टिक और ताजे खाद्य पदार्थ भी मिलते हैं। सस्य वैज्ञानिक डॉ. के. जी. व्यास ने बताया कि खरीफ मौसम में लौकी, ककड़ी, कद्दू, ग्वार, तुरई, करेला, बैंगन, टमाटर और मिर्च जैसी सब्जियां उगाई जा सकती हैं। उन्होंने किसानों को जड़वाली सब्जियां मेड़ों पर उगाने तथा फसल चक्र का पालन करने की सलाह दी ताकि सालभर सब्जियों की उपलब्धता बनी रहे।
डॉ. राम निवास ढाका ने प्रशिक्षण में बताया कि पोषण वाटिका के एक कोने में खाद गड्ढा बनाना चाहिए, जिसमें घरेलू जैविक कचरा डालकर उपयोगी खाद तैयार की जा सकती है। प्रशिक्षण के दौरान खरीफ सीजन सब्जी बीज मिनीकिट का वितरण किया गया, जिससे ग्रामीणों को स्वयं सब्जी उत्पादन के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।
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